पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार के गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं को अंडे और चिकन देने के प्रस्ताव का मजाक उड़ाने के लिए अपने विरोधियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘औपनिवेशिक मानसिकता’ वाले लोग इस विचार के लिए उनकी आलोचना करते हैं लेकिन इसी तरह की अवधारणा के लिए ‘विलायतियों’ (विदेशियों) की प्रशंसा करेंगे.
सत्ता में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर आयोजित एक समारोह में खान ने कहा था कि उनकी सरकार अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए वंचित महिलाओं को मवेशी और मुर्गियां उपलब्ध कराएंगे.
इमरान खान ने कहा था कि योजना की जांच की गई है और सरकार उन्हें इंजेक्शन भी देगी ताकि वह चिकन की संख्या तेजी से बढ़ा सकें. उन्होंने कहा था,‘इससे उन्हें खाने के लिए पोषक भोजन और बेचने के लिए चिकन व अंडे मिलेंगे.’
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का मजाक उड़ाते हुए देश की बीमार अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए इसे एक ‘गंभीर कॉमेडी’ और ‘एक और गूगल समाधान’ बताया था.
विपक्षी की आलोचना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खान ने शनिवार को ट्वीट किया,‘उपनिवेशवादी दिमाग वाले लोग अगर देशी गरीबी को खत्म करने के लिए चिकन की बात करते हैं तो उसका मजाक उड़ाया जाता है लेकिन अगर कोई ‘विलायती’ (बिल गेट्स जैसे विदेशी) देशी चिकन और गरीबी की बात करे तो उसे उसकी प्रतिभा समझा जाता है.’
उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के उस लेख का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने पोल्ट्री पहल के बारे में बात करते हुए विश्वास जताया था कि ‘गरीबी से नागरिकों (ग्रामीण क्षेत्रों) को उठाने का यह एक तरीका है.’
इससे पूर्व पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता एहसान इकबाल ने कई ट्वीट किये थे और कहा था कि वह इमरान खान के सुझाव को सुन कर हैरान है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘इमरान खान के सुझाव को सुनने के बाद मैं हैरान हूं और हमारे देश के लिए चिंतित हूं. अंडे और देशी चिकन आधारित अर्थव्यवस्था की उस समय बात करना, जब चौथी औद्योगिक क्रांति होने वाली है, एक ‘गंभीर कॉमेडी’ है. इससे पता चलता है कि किस तरह के एजेंडे पर प्रधानमंत्री कार्यालय में चर्चा की जाती है.’
विपक्षी पार्टियों के अलावा इस प्रस्तावित विचार के लिए सोशल मीडिया पर समाज के अन्य वर्गों से भी खान को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अपने अध्यक्ष का बचाव करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा,‘माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने अफ्रीका में अधिक गरीब लोगों की मदद करने के लिए एक अभियान चलाया था. जिसके तहत लोगों को चिकन दिए गए थे. हालांकि जब प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बारे में कहा तो वह मुद्दा बन गया. प्रचारवादी वास्तव में अपनी नफरत से ऊपर नहीं बढ़ सकते हैं.