भागलपुर : युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने कहा कि 3300 करोड़ के सृजन घोटाला उजागर हुए तीन साल पूरा हो गया। सीबीआई एसआईटी जांच से आगे नही बढ़ पाया है। सीबीआई द्वारा बड़े मछलियों को बचाने के लिए छोटी मछलियों पर करवाई किया गया। सीबीआई ने छोटे प्रशानिक अधिकारियों पर करवाई कर सृजन घोटालों के सूत्रधार बड़े नेताओं को बचाने का काम किया। इसीलिए सीबीआई ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वित्त मंत्री सुशील मोदी से पूछ-ताछ करने की जरुरत भी नही समझा।
जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी,भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन, गिरिराज सिंह सहित एनडीए के कई नेताओं की सृजन घोटाले में संतलिप्ता आम हो चुकी थी उसके बाद भी अभी तक सीबीआई इन नेताओं को इस मामले में औपचारिक पूछ – ताछ तक के लिए भी नही बुलाया है। श्री यादव ने कहा कि सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी स्व.मनोरमा देवी की बहू प्रिया कुमारी और पुत्र अमित कुमार को अभी तक सीबीआई द्वारा गिरफ्तार नही किया जाना सीबीआई के कार्य क्षमता पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है। नीतीश सरकार और सीबीआई बताए प्रिया कुमारी और अमित कुमार कहाँ है ? जिंदा है या नही।