रिपोर्ट : अफसर कमाल
बिहार : पिछले चार-पाँच दिनो से लगातार हो रही बारिश से पूरे उत्तर बिहार का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है ! मौसम विभाग द्वारा अगले 14 तारिख तक के लिए जारी किए गए ऑरेंज एलर्ट और बाढ की आशंका के बीच अब ऐसा लग रहा है कि पुरे उत्तर बिहार में आसमान से कहर बरस रहा है .
जल संसाधन विभाग के अनुसार बागमती, कोशी सहित सूबे की अन्य नदियों के जलस्तर मेें लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
उत्तर बिहार व सीमावर्ती नेपाल की नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है ! सरकार ने संवेदनशील स्थलों पर कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इस बीच खबर है कि बारिश को लेकर मौसम विभाग ने पांच दिनों के लिए अब तक का हैवी अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार 11 से 14 जुलाई के बीच सीवान, समस्तीपुर, गोपालगंज, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर,पूर्वी चम्पारण समेत 11 जिलों में तेज बारिश की आशंका है. भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर बढने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे रहने वाले लोग सहमे हुए हैं ! नॉन स्टॉप बारिश की वजह से लोग अपने घरों मे दुबके हुए हैं ! ऐसी परिस्थिति मे सबसे ज्यादा बीमार , बुजुर्ग और बच्चों को परेशानी हो रही है ! शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों मे कच्चे मकानों मे रहने वाले लोग भयभीत हैं !
इधर शिवहर से आई खबरें बेहद परेशान कर देने वाली हैं ! शिवहर के डूबा घाट पुल के पास बागमती नदी ने खतरे के निशान को पार लिया है और नदी के जल स्तर मे लगातार तेजी से वृद्धि हो रही है !
बागमती विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार एवं टेक्निकल कर्मी देवेंद्र भारती के अनुसार आज सुबह 9:00 बजे ही बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गया ! और जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है !
शिवहर के जिला पदाधिकारी अरशद अजीज ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मोर्चा सम्भाल लिया है ! उन्होंने अपने तमाम संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश देते हुए एलर्ट पर रखा है !
डीएम ने बागमती परियोजना के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार को पिपराही से लेकर तरियानी तक सभी तटबंधों को निगरानी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अपने आदेश में कहा है कि बागमती परियोजना के कर्मी से लेकर अभियंता तक सभी तटबंधों की निगरानी करें और किसी प्रकार की अनहोनी होने पर तुरंत मरम्मती करें एवं जिला प्रशासन को सूचित करें।