लखनऊ. CAA, NRC औऱ अब NPR पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है लोग सड़कों पर निकल कर अपना विरोध दर्ज कर रहे है। दिल्ली में यह प्रदर्शन 13 दिसंबर से चल रहा है लेकिन देखते ही देखते यह प्रदर्शन दर्जनों राज्यों में शुरू हो गया। UP में भी लोगों ने नागरिकता कानून का विरोध किया काफी बड़ी संख्या के लोग घर से बाहर निकले थे लेकिन प्रदर्शन के कुछ जगहों पर हिंसक होने की खबर थी जिसके बाद उत्तरप्रदेश पुलिस ने इस प्रदर्शन को खत्म कराने के एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। उत्तरप्रदेश में 20 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं गोली चलाने की बात से इंकार करने वाली UP पुलिस ने भी स्वीकारा था कि उसने गोली चलाई है। लेकिन यह अभी साफ नहीं हुआ है कि आखिर किसकी गोली से UP में 20 से अधिक लोग मारे गए।
इन सब के बीच नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते दिसंबर में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार की आर्थिक मदद देने की घोषणा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया था और इसकी शुरुआत करते हुए कल उन्होंने खुद हिंसा में मारे गए वकील के परिवार से मुलाकात की और 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की।
आज इसी क्रम में मेरठ में मारे गए लोगों से मुलाकात करने निकले सपा विधायक और उनके साथियों को उत्तरप्रदेश पुलिस ने रोक लिया। जिसके बाद हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को मेरठ विधायक रफ़ीक अंसारी ने अपने घर पर बुलाया और सभी को 5-5 लाख का चेक दे कर आर्थिक सहायता की। वहीं उन्होंने इसकी न्यायिक जांच की मांग की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।