देवबंद: जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सीएए, एनआरीस के खिलाफ जेल भरो आंदोलन चलाया है, इस आंदोलन के तहत जमीयत उलमा-ए-हिंद के 313 कार्यकर्ता एक दिन में गिरफ्तारी देंगे। बता दें कि विवादास्पद नागरिकता संशोधन विधेयक पर लोकसभा और राज्यसभा की मंजूरी के खिलाफ पूरा देश विरोध कर रहा है। असम से लेकर बंगाल, दिल्ली और यूपी से लेकर बिहार तक में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। एक ओर, जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने इस विवादास्पद बिल के खिलाफ पूरे देश में क्रांतिकारी भावना जगाई है। दूसरी तरफ, भारत में मुसलमानों के सबसे पुराने और सबसे मुस्लिम संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद ने एक साथ देश भर के बारह सौ से अधिक शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है।
जेल भरो आंदोलन चल रहा है
सीएए और एनआरसी विरोध में देवबंद की ईदगाह मैदान में पुलिस और प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच विरोध प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन चल रहा है। जिसके तहत जमीयत उलमा सहारनपुर के 313 कार्यकर्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी, जबकि दूसरे दिन 313 लोगों ने इस काले कानून के खिलाफ अपनी गिरफ्तारी दी है। इस प्रदर्शन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के चोटी के नेताओं ने भी अपनी शिरकत की है।
शांतिपूर्ण विरोध को कानूनी अधिकार बताया
जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद मदनी ने देश भर में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की हिंसा की कड़ी निंदा की और शांतिपूर्ण विरोध को कानूनी अधिकार बताया है। मौलाना मदनी ने कहा कि जमीयत उलेमा किसी भी हिंसा का समर्थन नहीं करती है, उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने जो रवैया अपनाया है वह बहुत अफसोसजनक है। उन्होंने घोषणा की कि यदि प्रशासन देवबंद में चल रहे धरना प्रदर्शन किसी भी तरह की बाधा डालता है, तो जमीयत-ए-हिंद सहारनपुर शहर में कलेक्टर के सामने धरना देगा और गिरफ्तारी देगा।