नई दिल्ली (प्रेस रिलीज़) 21 फ़रवरी 2021 को दिल्ली में प्रस्तावित विराट कायस्थ महासम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा उत्साहपूर्वक आरम्भ हो गयी है .दरअसल जुझारू साथियों के सहयोग से मेरे नेतृत्व में आयोजित 2003 के कायस्थ महाकुम्भ को पूरे देश ने सदी का सर्वश्रेष्ठ आयोजन कहा .उसके बाद 2009 में मोतिहारी फिर पटना में 2015 में आयोजित कार्यक्रमों ने शानदार कामयाबी के परचम लहराए . इस बार खुद की खिची लकीर से कुछ बड़ा करना है . इस बार भी केंकडों के जाल को बेध कर एक नए इतिहास को रचने की ओर हम बढ़ रहे हैं .
कुछ चारण भांटों की नींद उड़ गयी है .चिंता न करें ऐसे लोग धरती पर कुछ करने के लिए नहीं आते हैं ,इनका जीवन घृणा ,ईर्ष्या ,द्वेष और धूर्तता के लिए ही जाना जाता है .टेबल पर बिसात बिछाने वाले जनता के ह्रदय में स्थान पा ही नहीं सकते हैं .
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