नई दिल्ली : उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने शुक्रवार रात 11.40 बजे दम तोड़ दिया. पीड़िता 95 फीसदी जली हुई हालत में गुरुवार रात दिल्ली लाई गई थी. सफदरजंग अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. गुरुवार सुबह ही उन्नाव में 5 आरोपियों ने उस पर पेट्रोल डालकर जला दिया था. आरोपियों में से एक पीड़िता के साथ हुए गैंगरेप का मुख्य आरोपी है.
अपने गुनहगारों को फांसी के फंदे तक पहुंचते देखने की उसकी ख्वाहिश अधूरी रह गई. उन्नाव की बेटी इन्हीं आखिरी अल्फाज के साथ हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गई. 24 घंटे तक मौत से जूझते-जूझते उसकी सांसें बोझिल हो गई थीं. आखिरकार शनिवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर इंसाफ की अधूरी चाहत के साथ ही वो दुनिया छोड़ गई.
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे आग के हवाले करने से पहले उसके साथ मारपीट की गई और चाकू से गोदा गया. हमला करने वाले वही लोग थे, जिन पर उससे रेप करने का आरोप था. वह अपने रेप मामले में कोर्ट की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी, तभी पांच लोगों ने उसे घेरकर आग के हवाले कर दिया. जब पीड़िता को दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा था, तो वह पूरे रास्ते होश में थी, और उसने पांचों आरोपियों की पहचान करते हुए पुलिस को बयान दिया था।