नई दिल्ली :- इस से पहले यह बहस छिडी हुई थी के डॉ ज़ाकिर नाईक को मलेशिया ने भारत के हवाले कर दिया है. डॉ ज़ाकिर नाईक को किसी भी समय हिन्दुस्तान लाने की ख़बरें या यूँ कह लीजिये अफवाहें फैलाते सुना ही होगा.
भारत में चलने वाले लगभग अधिकतर न्यूज़ चैनल और न्यूज़ पेपर, जिसमे शामिल छोटे मोटे न्यूज़ पोर्टल और सभी फेसबुक, व्हात्सप्प से लेकर हर जगह एक ही न्यूज़ दिखाई जा रही थी कि आतंकवादी ज़ाकिर नाइक को मलेशिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें आज रात तक प्लेन के द्वारा भारत लाया जायेगा.
और जब भारत में ये अफवाहों का दौर चल ही रहा था इसके 2 घंटे बाद ही डॉ ज़ाकिर नाईक का बयान आ चुका था कि “मेरी भारत आने के बारे में खबर पूरी तरह आधारहीन और झूठी है”. फिलहाल मेरे भारत आने की अभी किसी तरह की योजना नहीं है.
जब तक कि मैं सुरक्षित महसूस नहीं करता”. इंशा अल्लाह जब मुझे लगेगा कि मेरे बारे में सरकार निष्पक्ष हैं। तो मैं निश्चित रूप से अपने मातृभूमि पर वापस आऊंगा. इतना होने के बावजूद भी उनके भारत लाने की अफवाहों वाली न्यूज़ सारे दिन वैसे ही चलती रहीं.
यहाँ तक की कुछ चेनलों ने ये तक बहस शुरू कर दी थी कि आतंकवादी ज़ाकिर नाइक को सज़ा किस तरह से देनी है. हालांकी उसके कुछ घंटों बाद ये बिलकुल साफ़ हो गया था की भारतीय मीडिया ने कोई खास बड़ी खबर को दबाने या फिर इस विफल हो रही सरकार और भारत में हो रहे मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार पर पर्दा डालने का काम किया जा रहा है.
डॉ. ज़ाकिर नाइक के वकील मोबीन सोलकर ने भी इसकी पुश्टी करते हुए ये बयान दिया था की यह खबर बिल्कुल झूठी और निराधार है. क्योंकि ज़ाकिर नाइक का भारत आने का या उनको लाने की बात सिर्फ कोरी अफवाह है और कुछ नहीं.
आपको बता दें की आज के दिन, 6 जुलाई 2018 को मलेशिया के प्रधान मंत्री महाथिर मोहम्मद ने अधिकारिक रूप से ये बयान दिया है कि जाकिर नायक को भारत वापस नहीं भेजा जाएगा. लेकिन अभी तक भारत के एक भी न्यूज़ चैनल ने ये खबर नहीं दिखाई. और इस बात की पुश्टी मलेशिया के प्रतिष्ठित न्यूज़ पेपर ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ में की गयी है.