नई दिल्ली :नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को लेकर लोकसभा खूब बहस देखने को मिला । सरकार इस बिल को क्रांतिकारी कदम बता रही है, तो विपक्षी दल के नेता और कई समाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार इसे संविधान विरोधी और मुसलमानों के ख़िलाफ़ उठाया गया कदम बता रहे हैं।
पहले आर्टिकल 370 उसके बाद #CitizenshipAmendmentBill2019 से हमने हर उस भारतीय मुसलमान के साथ नाइंसाफी की है जिसने विभाजन के समय इस्लामिक पाकिस्तान की बजाए भारत को चुना था.
पाकिस्तान आज उन सब पर हंस रहा होगा.— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) December 9, 2019
पत्रकार साक्षी जोशी ने भी सरकार के इस बिल का विरोध किया है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “पहले आर्टिकल 370 उसके बाद #CitizenshipAmendmentBill2019 से हमने हर उस भारतीय मुसलमान के साथ नाइंसाफी की है जिसने विभाजन के समय इस्लामिक पाकिस्तान की बजाए भारत को चुना था। पाकिस्तान आज उन सब पर हंस रहा होगा”।
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 पेश किया है। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम शरणार्थियों (जैसे हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों) को आसानी से भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है।