नई दिल्ली :दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात की धार्मिक सभा के दौरान बड़ी तादाद में लोग जुटे थे और इनमें से कई लोगों में कोरोना के मामले पाए गए. इसके बाद भारत में फैल रहे कोरोना वायरस के मामलों का जिम्मेदार मुस्लिम समुदाय को ठहराया जाने लगा.
यह मामला अभी तक नहीं थमा है बल्कि हर दिन किसी न किसी बात को लेकर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है ताज़ा मामला मुम्बई का है वहां चंद लोगों की पुलिस वाले से भिड़ंत हो गई बस गोदी मीडिया के पत्रकार अमिश देवगन ने उसे मस्जिद से जोड़ कर फेक न्यूज़ फैला दिया ,उसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज़ हो गये और ट्विटर पर मुस्लिम को टारगेट मत करो का ट्रेंड चलाने लगे ।
इस ट्रेंड का हिस्सा बनते हुए RJD नेता डॉ तनवीर हसन भी ट्वीट कर लिखा “मुसलमान इस देश का किरायेदार नहीं, उसे इस मुल्क़ में रहने का आपसे इतना ही अधिकार है। जंग-ए-आज़ादी में अंग्रेजो से लड़ते हुए अपनी गर्दन कटाने के लिए उलेमाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था और आज वो ही मुस्लिम देशद्रोह व UAPA जैसे क़ानून के द्वारा कुचला जा रहा है!👎🏻#StopTargetingMuslim
सरकार कोरोना से कम, मुसलमानों से ज़्यादा लड़ रही है।#StopTargetingMuslim
— Qari Sohaib कारी सोहैब قاری صہیب (@qarisohaibrjd) May 2, 2020
तो वहीं RJD के एक दूसरे नेता क़री सुहैब ने ट्वीट करते हुए लिखा सरकार कोरोना से कम, मुसलमानों से ज़्यादा लड़ रही है।
#StopTargetingMuslim
हालांकि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था, ‘कोविड-19 जाति, धर्म, रंग, जाति, पंथ, भाषा या सीमाओं को नहीं देखता. इसलिए हमारी प्रतिक्रिया और आचरण में एकता और भाईचारे को प्रधानता दी जानी चाहिए. इस परिस्थिति में हम एक साथ हैं.’ लेकिन प्रधानमंत्री की बात का इन लोगों पर कोई असर नहीं हो रहा है