नई दिल्ली : व्हाट्सएप ने दावा किया है कि इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके भारत के कई पत्रकारों और समाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी की गई। भारत में जिन लोगों की जासूसी की गई है उनमें से 17 लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, इनमें से ज़्यादातर ने व्हाट्सएप ने दावे की पुष्टी करते हुए बताया कि उनके पास ये मई के महीने में संदेश आया था कि उनके उनपर स्पाईवेयर पेगासस के ज़रिए निगरानी रखी जा रही है। संदेश में उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी गई थी।
व्हाट्सएप के मुताबिक, इसराइल की साइबर इंटेलिजेंस कंपनी NSO ने अपने स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल भारत में इसी साल मई के महीने में लोकसभा चुनाव के दौरान किया। इसके जरिए भारत के कई पत्रकारों, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी की गयी।
बाद में व्हाट्सएप ने साफ किया कि जिनकी भी व्हाट्सएप की जासूसी की गई थी उनको चेतावनी दी गई थी इस पर सवाल उठाते हुए डॉ. कफ़ील अहमद ने व्हाट्सएप से सवाल पूछते हुए कहा की क्या जिनको WhatsApp से चेतावनी नहीं मिली उनके फ़ोन सुरक्षित हैं।
So it means those who didn't receive whatsapp warning message their phones are safe??🙄🙄
तो क्या जिनको WhatsApp चेतावनी नहीं मिले उनके फ़ोन सुरक्षित हैं 🙄🙄@narendramodi @AmitShah— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) November 4, 2019
डॉ. कफ़ील ने ट्वीट करते हुए लिखा ” So it means those who didn’t receive whatsapp warning message their phones are safe??🙄🙄
तो क्या जिनको WhatsApp चेतावनी नहीं मिले उनके फ़ोन सुरक्षित हैं 🙄🙄