रिपोर्ट : इरम फातिमा
नई दिल्ली: ईस्टर्न लद्दाख में तनाव के बीच 12 सितंबर के बाद चुशूल में ब्रिगेड कमांडर स्तर कि मीटिंग नहीं हुई। शनिवार को आखरी मीटिंग हुई थी। आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक ब्रिगेड कमांडर लगातार इसलिए मिल रहे थे ताकि हर रोज़ की मूवमेंट पर बात हो सके। विदेश मंत्रियों की मीटिंग के बाद कोई मूवमेंट नहीं हुई है इसलिए की मीटिंग की ज़रूरत नहीं लगी।
सूत्रों के मुताबिक अभी तक कोर कमांडर मीटिंग का एजेंडा तय नहीं हो पाया है। इसलिए इसकी भी संभावना बनी हुई है कि मीटिंग में कुछ देर हो सकती है। आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक अभी तक मीटिंग कि तारीख पर किसी भी तरफ से कोई बात नहीं हुई है इसलिए ये भी मुमकिन है की मीटिंग इस हफ्ते ना होकर बाद में हो।
आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक विदेह मंत्रियों कि मीटिंग के बाद एलएलसी पर कोई नई मूवमेंट नहीं ही है। तनाव बरकरार है। चुशूल सेक्टर में चोटियों के पास ही कम से कम तीन जगहों पर भारत चीन के सैनिक 300 मीटर की दूरी पर डटे है। फिंगर एरिया में भी एक दूसरे की फायरिंग रेंज में है। हालांकि चीन ने कोई आक्रमण क़दम नहीं उठाया और ना ही भारतीय पक्ष के करीब आने की कोशिश की गई।