नई दिल्ली :- मोदी सरकार लगातार दावा करती रही है कि जो 70 सालों में नहीं हुआ उसे हमने कर दिखाया है। केंद्र की मोदी सरकार देश के हर गांव तक बिजली पहुँचाने का दावा करती है।
गौरतलब है कि बीते माह अप्रैल में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा किया था कि मणिपुर राज्य के लेइसांग गाँव मे बिजली पहुँचने के साथ ही देश के सभी गांव तक बिजली पहुँच गई है। लेकिन खुद मोदी सरकार के मंत्रालय की इंटरनल रिपोर्ट इस दावे को खारिज कर रही है।
केंद्रीय रूरल डेवलपमेंट मिनिस्टरी के रिपोर्ट की माने तो अभी भी पूरे भारत मे 5000 ऐसे गांव है जहाँ बिजली नहीं पहुँची है। रिपोर्ट में इसका कारण इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी और जिम्मेदार लोगों की लापरवाही बताया गया है।
मंत्रालय की आंकड़ो की माने तो उत्तरप्रदेश एक ऐसा राज्य है जहाँ 1044 गांव में अब भी बिजली नहीं है और यह रिपोर्ट योगी सरकार द्वारा जारी किए जा रहे विज्ञापनों की पोल खोलती है। वही ओड़िसा के 666 और बिहार के 533 गांव के लोग अब भी बिना बिजली के अँधेरे में जीवन गुजारने पर मजबूर है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के अनुसार सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल स्टडीज के विशेषज्ञ पल्लभ भट्टाचार्य का कहना है कि रूरल डेवलोपमेन्ट मिनिस्टरी ने भले ही गैर विधुतीकरण वाले गांव की संख्या 5000 बताया है लेकिन यह संख्या हकीकत में करीब 13 हज़ार तक हो सकती है।