नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसमें कई प्रदर्शन हिंसक रूप भी ले रहे हैं। आगज़नी और तोड़फोड़ की जा रही है। लेकिन सवाल ये है कि प्रदर्शन के दौरान हिंसा कर कौन रहा है? इसका जवाब पश्चिम बंगाल के मुर्शीबाद से सामने आई एक ख़बर से मिला है।
बीजेपी कार्यकर्ता जालीदार टोपी और लुंगी पहन कर ट्रेनों पर पथराव कर रहे थे
टेलीग्राफ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कार्यकर्ता और उसके 5 साथियों को नमाज़ियों वाली टोपी पहनकर ट्रेनों पर पथराव करने के मामले में गिरफ्तार किया है।
अख़बार ने पुलिस के हवाले से रिपोर्ट छापी है कि बीजेपी के ये कार्यकर्ता जालीदार टोपी और लुंगी पहन कर ट्रेनों पर पथराव कर रहे थे। स्थानीय निवासियों ने उन्हें चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकते हुए देखा और पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
टोपी और लुंगी वीडियो शूट करने के लिए पहनी थीं
मुर्शिदाबाद के एसपी मुकेश ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राधामाधबतला में पकड़े गए युवक का नाम अभिषेक सरकार है, वह 21 साल का है और बीजेपी का सदस्य है। पकड़े जाने के बाद युवकों ने ख़ुद को बचाने के लिए कहा कि उन्होंने टोपी और लुंगी वीडियो शूट करने के लिए पहनी थीं, जिसे वे अपने यूट्यूब चैनल पर डालना चाहते थे। जबकि पड़ताल करने पर पता चला कि उनका कोई यूट्यूब चैनल नहीं है।
बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के लिए नमाज़ियों वाली टोपी खरीद रही है
ग़ौरतलब है कि बीते कल ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रैली को संबोधित करते हुए ये दावा किया था कि बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के लिए नमाज़ियों वाली टोपी खरीद रही है। मुसलमानों को बदनाम करने के लिए इस टोपी को पहनकर बीजेपी के लोग हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। अब बीजेपी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी ने ममता बनर्जी के इस दावे की तस्दीक़ कर दी है।
वहीं बीजेपी अब पकड़े गए कार्यकर्ता से किनारा करने में लग गई है। बीजेपी के जिला अध्यक्ष गौरी शंकर घोष ने कहा कि अभिषेक पार्टी का सदस्य नहीं है। हमें राधामाधबतला की घटना के बारे में पता नहीं है। हालांकि बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने ये स्वीकार किया है कि अभिषेक सरकार पार्टी का ही सदस्य है।