नई दिल्ली : दिल्ली में अगर अभी कोई मुद्दा सबसे ज्यादा गर्म है तो वह है दिल्ली एनसीआर की बढ़ती प्रदूषण और प्रदूषण पे आने वाले नेताओं के बयान लेकिन इस प्रदूषण की समस्याओं को लेकर कौन कितना गंभीर है इसका अंदाज़ा संसदीय समिति की बैठक से लगाई जा सकती हैं। दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सांसदों और आला अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, शहरी विकास मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की आज एक बैठक प्रस्तावित थी, जिसमें दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा होनी थी, लेकिन बैठक टालनी पड़ी। इसकी वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, कई सांसद और अधिकारी इस बैठक में पहुंचे ही नहीं। सांसद जगदंबिका पाल संसद की इस स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। जानकारी के मुताबिक केवल चार सांसद ही इस बैठक में पहुंचे। जिसमें अध्यक्ष जगदंबिका पाल, हसनैन मसूदी, सी आर पाटिल और संजय सिंह शामिल हैं।
पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद गौतम गंभीर इस समिति का हिस्सा है पर आज आयोजित की गयी इस बैठक में गौतम गंभीर शामिल नहीं हुए इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है की वह प्रदूषण को लेकर कितने गंभीर है। प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल को चुनौती देने वाले गौतम गंभीर आज खुद ही बैठक से गायब रहे।
आपको बता दें कि इससे पहले गौतम गंभीर ने एक वीडियो बना कर केजरीवाल को चुनौती दी थी कि वह बताए कि उन्होंने प्रदूषण कम करने के लिए क्या काम किया है पर दूसरे को चुनौती देने वाले गौतम गंभीर आज खुद ही प्रदूषण के मुद्दे पर हुई बैठक से गायब थे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह वाकई प्रदूषण के लिए गंभीर है?