नई दिल्ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राम मंदिर पर फैसला सुनाने वाले पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई को सोमवार कोराज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया। वे 13 महीने तक सीजेआई रहे और 17 नवंबर 2019 को रिटायर हुए थे। उन्होंने अयोध्या के रामजन्म भूमि विवाद पर लगातार सुनवाई करके निपटारा किया था। राफेल लड़ाकू विमान की खरीद के मामले में केंद्र सरकार को क्लीन चिट दी थी।
राज्यसभा के मनोनित होने के बाद हंगामा खड़ा हो गया है नेताओं, पत्रकारों, समाजसेवियों और आम लोगों ने भी इस पर जम कर प्रतिक्रिया दी है और रंजन गोगोई पर निशाना साधा है।
खुल्लम-खुल्ला रिश्वत दी जा रही है। https://t.co/8UYCF9udjj
— Prashant Kanojia (@KanojiaPJ) March 16, 2020
पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ तौर से कहा ही कि यह खुल्लम खुल्ला रिश्वत दी जा रही है। आपको बता दें कि रंजन गोगोई ने अपने 13 महीने के कार्यकाल में कई बड़े और अहम फैसले दिए थे और कहा यह जा रहा है कि उन्हें सरकार की सेवा करने पर मेवा मिला है।