लखनऊ : झांसी में एनकाउंटर में मारे गए करगुआं गांव के पुष्पेंद्र यादव का मामला अब उत्तर प्रदेश पुलिस के गले की हड्डी बन गया है। पुलिस वैन मे गांव ले जाया गया पुष्पेंद्र का शव परिजन लेने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब तक झांसी एसएसपी ओपी सिंह और मोठ कोतवाल धर्मेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल नही भेजा जाएगा तबतक वह शव को हाथ नही लगाएंगे, भले ही रखे-रखे सड़ जाए।पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का शव बीते दो दिनों से पुलिस वैन मे रखा गया था पर कल रात योगी पुलिस ने बिना किसी विधि और परिजनों के शव को जला दिया।
कांग्रेस की नेता पंखुड़ी पाठक ने पुष्पेंद्र के एनकाउंटर को फ़र्ज़ी बताते हुए योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है उन्होंने कहा कि इस फ़र्ज़ी एनकाउंटर के ज़रिए एक बार फिर उत्तरप्रदेश पुलिस का अमानवीय चेहरा सबके सामने आया है।
झाँसी में #पुष्पेन्द्र_यादव की रिश्वत ना देने पर फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हत्या ने एक बार फिर योगी सरकार व उ.प्र पुलिस का अमानवीय चहरा हमारे सामने रख दिया है।
पुष्पेन्द्र के पार्थिव शरीर को बिना postmortem, बिना विधि , बिना परिजनों के रात में जला देना कानून व मानवाधिकार के विरुध है।
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) October 8, 2019
पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट करते हुए लिखा “झाँसी में #पुष्पेन्द्र_यादव की रिश्वत ना देने पर फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हत्या ने एक बार फिर योगी सरकार व उ.प्र पुलिस का अमानवीय चहरा हमारे सामने रख दिया है।
पुष्पेन्द्र के पार्थिव शरीर को बिना postmortem, बिना विधि , बिना परिजनों के रात में जला देना कानून व मानवाधिकार के विरुध है।”