मुंबई : देशभर में लिंचिंग एक बार फिर बहस का मुद्दा बना हुआ है क्योंकि महाराष्ट्र के पालघर जिले में लॉकडाउन के दौरान तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और कुछ कलाकारों द्वारा साप्रदायिक रंग देने की कोशिशें हुई जिसमें पानी डालने के लिए सीएम उद्धव ठाकरे दिन रात एक कर रहे है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी रिकवेस्ट की के वे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें जो पालघर जिले में भीड़ हत्या के मामले को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं. दिन भर हिंदू मुस्लिम रंग देने की कोशिशों के बीच शाम तक गेंद ज्यादा स्पिन करने लगी.
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अब मुंबई कांग्रेस ने नई गेंद डाली है. कांग्रेस प्रवक्ता ने उलटा आरोप लगाया कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किए गए अधिकतर आरोपी भाजपा के सदस्य हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन सावंत ने यह भी दावा किया कि भाजपा इस मामले में ”सांप्रदायिक राजनीति” कर रही है ताकि राजनीतिक फायदा उठा सके. सचिन सावंत का कहना है कि घटना से संबंधित गांव दिवासी गढ़चिंचले पिछले 10 वर्षों से भाजपा का गढ़ माना जाता है. वहां का मौजूदा मुखिया भी भाजपा से है।
अमित शाह, अजय कुमार बिश्त समेत सभी भाजपा महाराष्ट्र की सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। जहां मॉबलिंचिंग हुई वह गांव भाजपा का गढ़ है। वहां १० सालसे भाजपा का सरपंच है। करोना के संकटसमय सांप्रदायिक राजनीति करने वाले भाजपा को शर्म आनी चाहिए। pic.twitter.com/E9JWMTvrLS
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) April 20, 2020
पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने हिंदी अखबार लोकमत के एक खबर का स्क्रीनशॉट डालते हुए लिखा कि ” पालघर मामले में गिरफ्तार हुए लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं।
पालघर मामले में गिरफ्तार हुए लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं। pic.twitter.com/8YVhwcuHPx
— Prashant Kanojia (@KanojiaPJ) April 20, 2020