नई दिल्ली : मुंबई से सटे पालघर (Palghar) जिले में के पास ग्रामीणों ने चोरी के शक में 3 लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी है. इस बात को लेकर राजनीति गर्म हो गयी है और कुछ लोग इसके अंदर धार्मिक रंग डालने की नाकाम साजिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक बार फिर मॉब लिंचिंग बहस का मुद्दा बना हुआ है लेकिन कुछ लोग इसको हिन्दू-मुस्लिम का रंग दे कर इस लिंचिंग पर भी गंदी राजनीति कर रहे है। उन सबको मुहँ तोड़ जवाब देते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने दो टूक कहा कि अगर गृह मंत्री अमित शाह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दूसरे संगठन पहले हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर जाति और धर्म को आधार ना बना कर कार्यवाही की माँग करते तो आज पालघर की घटना नहीं घटती।
मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने ट्वीट करते हुए लिखा ” जाति व धर्म को आधार न बनाते हुए अगर पालघर जैसी हुई अन्य अमानवीय मॉब लिंचिंग घटनाओं पर भी गृहमंत्री अमित शाह जी, योगी आदित्यनाथ जी,नागा साधु व अन्य संगठन इसी तरह त्वरित कार्यवाही की मांग करते,जो आज कर रहे है तो ऐसी घटनाओ को होने से पहले ही रोका जा सकता है,पर अफसोस ऐसा होता नही।
जाति व धर्म को आधार न बनाते हुए अगर पालघर जैसी हुई अन्य अमानवीय मॉब लिंचिंग घटनाओं पर भी गृहमंत्री @AmitShah जी, @myogiadityanath जी,नागा साधु व अन्य संगठन इसी तरह त्वरित कार्यवाही की मांग करते,जो आज कर रहे है तो ऐसी घटनाओ को होने से पहले ही रोका जा सकता है,पर अफसोस ऐसा होता नही।
— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) April 20, 2020
आपको बता दें कि पालघर की घटना गुरुवार को कासा पुलिस थाना इलाके में हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में चोरों के घूमने की अफवाह थी. रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे.