वेलिंगटन : पिछले साल न्यूजीलैंड में दो मस्जिदों पर अंधाधुंध गोलियां चला कर 50 नमाज़ियों को मौत की नींद सोला देने वाले को मौत की सजा सुनाई गई है। न्यूजीलैंड के सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस कैमरन मंडेर ने कथित तौर पर मस्जिद हमले में शामिल ऑस्ट्रेलियाई नागरिक ब्रेंटन टारनट को मौत की सजा सुनाई है।
ब्रेंटन टारनट को 24 अगस्त को फांसी दी जाएगी। सज़ा की निर्धारित तिथि हमला के दिन से दूर होने पर अदालत ने कहा कि देरी का कारण यह था कि मस्जिदों में शहीद हुए लोगों के परिवार फिलहाल न्यूजीलैंड में मौजूद नहीं थे और कोरोना वायरस के कारण तुरंत वापस नहीं लौट सकते थे।
अभियोजन पक्ष ने कहा कि अगर स्थिति मौत की सज़ा की तारीख तक सामान्य नहीं हुई और पीड़ितों के रिश्तेदार 24 अगस्त तक न्यूजीलैंड नहीं पहुंच पाए, तो सज़ा के समय रिश्तेदारों की उपस्थिति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी।
बता दें कि ब्रेंटन टारनट पर हत्या और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है। यह त्रासदी 15 मार्च 2019 को क्राइस्टचर्च, न्यूजीलैंड में पेश आया था , जहां दो मस्जिदों, अल-नूर मस्जिद और लिनवुड मस्जिद पर एक ऑस्ट्रेलियाई शख्स ब्रेंटन टारनट ने अंधाधुंध फायरिंग कर के 50 नमाज़ी को शहीद और 40 लोगों को घायल कर दिया था