नई दिल्ली (ख़बर Adda) इन दिनों मिडिया में नसरुदीन शाह का मामला खूब गरमाया हुआ है हर तरह के लोग इस पर अपनी पर्तिकिर्या दे रहे हैं कोई इन के पक्ष में बोल रहा है तो कोई इसे देश द्रोही कह रहा है वही आज तक के चाटु पत्रकार रोहित सरदाना भी इस में कूद गए उन्हों ने अपने ट्विटर हैंडल पर नसरुदीन शाह के बारे में लिखा है” एक तरफ़ हामिद अंसारी है- छः साल पाकिस्तान की जेल में बिता के लौटा तो देश ने ऐसा प्यार दिया की ताउम्र याद रहे. दूसरी तरफ़ नसीरुद्दीन शाह हैं, ताउम्र देश ने प्यार किया फिर भी कह रहे हैं यहाँ डर लगता है!
उसी पर प्रहार और पलटवार करते हुए जाने-माने पत्रकार डॉ राम पुनियानी ने लिखा की
नसीरुद्दीन शाह ने सिर्फ इतना कहा कि एक “पुलिस इंस्पेक्टर की मौत से ज़्यादा एक गाय को तवज्जो दी जा रही है”
मगर अफसोस लोकतंत्र का चौथा स्तंम्भ मीडिया में कुछ ठर्की पत्रकार निकले और उसी चौथे स्तंम्भ पर कुत्ते की तरह टाँग उठाकर मूतकर चल दिए!!
बता दें की बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने एक इंटरव्यू में कहा था कि हमने बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr violence) में देखा कि गाय की मौत को ज्यादा अहमियत दी जाती है न कि पुलिस ऑफिसर की मौत को। इसके बाद उनकी आलोचना हुई और अखिल भारत हिन्दू महासभा ने नसीरुद्दीन शाह से पूछा है कि 68 साल की उम्र में उन्हें अब क्यों डर लगा। वह सभी हिंदुओं को दोषी बताकर एकता और अखंडता को ठेस पहुंचा रहे हैं। इस मामले पर अब नसीरुद्दीन शाह ने अब एक और बयान दिया है