नई दिल्ली : दिल्ली के जामिया नगर में लोग शांतिपूर्ण ढंग से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तभी पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया जिसके बाद भीड़ में अफरा तफरी फैल गई और देखते ही देखते पुलिस और भीड़ दोनों हिंसक हो गयी। कई बसों को आग के हवाले कर दिया गया घटनास्थल से आई फोटोज और वीडियो ने पुलिस को भी इस हिंसा को बढ़ावा देने की तरफ इशारा कर रहा है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक वीडियो ट्वीट कर दिल्ली पुलिस को सवालोँ के घेरे में ला कर खड़ा कर दिया है।
भीड़ को तितर बितर करने में पुलिस इतनी हिंसक हो गई कि वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कैंपस में घुस गई और जमकर लाठियां बरसाई और आंसू गैस के गोले दागे, पुलिस यही नहीं रुकी और वह जामिया की लाइब्रेरी में घुस कर लाठियां चलाई, आंसू गैस के गोले छोड़े जहां छात्र शांति से पढ़ाई कर रहे थे।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिल्ली पुलिस की इसी हिंसा पर सवाल उठाते हुए JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पूछा है कि हिंसक पुलिस पर कार्यवाही कौन करेगा?
आपको बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसके बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए हिंसक पुलिस पर करवाई कौन करेगा का सवाल खड़ा कर दिया है।
दिल्ली में हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल लोगों पर दिल्ली पुलिस कार्यवाही कर रही है और ये होना भी चाहिए। परन्तु जो हिंसा पुलिस ने जामिया विश्वविद्यालय के कैम्पस के अन्दर छात्रों पर किया, उनपर कार्यवाही कौन करेगा?#CAA2019 #NRC
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 17, 2019
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा ” दिल्ली में हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल लोगों पर दिल्ली पुलिस कार्यवाही कर रही है और ये होना भी चाहिए। परन्तु जो हिंसा पुलिस ने जामिया विश्वविद्यालय के कैम्पस के अन्दर छात्रों पर किया, उनपर कार्यवाही कौन करेगा?#CAA2019 #NRC