नई दिल्ली, रविवार : कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने निवास पर सभी बहुजन समाज के लोगों के साथ एक अहम मीटिंग की जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
इस मीटिंग में विभिन्न सामाजिक संगठनों, वकील, समता सैनिक दल, भीम आर्मी से जुड़े लोग, बसपा, बामसेफ, बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने हिस्सा लिया।
डॉ. अम्बेडकर सामाजिक चेतना मंच से एम एस कलानिया, समता सैनिक दल से एन पी निशांत, द बुद्घिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया से सी एस भंडारी, डॉ. अम्बेडकर बौद्ध महासभा से आर एस गौतम और मानव उत्कर्ष समिति से चन्द्र पाल जी समेत अन्य कई दलों से भी लोगों ने बढ़ चढ़ कर इस मीटिंग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
दिल्ली चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतने और सरकार के शपथ लेने के बाद मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम के आह्वान पर यह पहली मीटिंग थी, जिसमें हज़ारों की संख्या में लोग आए।
आम आदमी पार्टी का राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने के लिए और पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन करना होगा। जिस तरह देश के अलग अलग राज्यों से लगातार दलितों पर अत्याचारों की खबरें आ रही हैं, उसे देखकर समाज के युवाओं में बढ़ती अपराध प्रवृति को देखकर आश्चर्य होता है। समाज के अंदर किस कदर जहर घोला जा रहा है और देश को बांटने के काम किया का रहा है। आज सबको एक जुट होकर इसके लिए आवाज उठानी होगी और युवाओं को बेहतर कल देने का संकल्प लेना होगा।
दिल्ली सरकार इस भेदभाव को खत्म करने का काम कर रही है।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के नेतृत्व में अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग पिछले सालों सुर्खियों में बना रहा। विभाग अपने क्रांतिकारी पॉलिसियों के लिए जाना जाता है जैसे जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना जिसके तहत दलित समाज के बच्चों को मुफ़्त प्राइवेट कोचिंग का लाभ मिलता है। इस स्कीम के तहत कई बच्चों का देश के सर्वश्रे्ठ इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ।
*”यह जीत सिर्फ आम आदमी पार्टी की जीत नहीं है बल्कि पूरी दिल्ली की जनता की जीत है। इस जीत में सबसे बड़ा हाथ हमारे बहुजन भाइयों और बहनों का है जिन्होंने हमें भारी संख्या में वोट दिया। अब आने वाले पांच साल में भी हम मिलकर दिल्ली को सबसे शानदार शहर बनाएंगे जिसमें हर वर्ग, हर जाति के लोग सब कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ेंगे ” – राजेंद्र पाल गौतम*
*”यह इतिहास में पहले बार हो रहा कि किसी सरकार ने अमीर – गरीब दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास किया। केजरीवाल सरकार ने आज एक दलित के, गरीब के बच्चों को उसी स्तर की शिक्षा प्रदान की है जो पहले केवल अमीर बच्चों को मिलती थी।” – राजेंद्र पाल गौतम*
इस मीटिंग में आए लोगों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए यह कहा कि “यह दोहरी खुशी का मौका है क्यूंकि इसमें एक तरफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के पुनः बनने की खुशी, वहीं दूसरी ओर हमारे प्रिय नेता राजेंद्र पाल गौतम को भी दोबारा समाज का नेतृत्व करने के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया। मंत्री जी अपनी विधान सभा से प्रचंड बहुमत से जीते है इसकी भी बधाई हम उनको देते हैं।”
अपने वक्तव्य में उन्होंने बहुजन समाज को विस्तार से बताया कैसे चालाक इंसानों ने जातियों में बांधकर समाज को बांटने का काम किया है, ताकि वह समाज के कमज़ोर लोगों पर राज कर सकें। जबकि संविधान सबको समान अवसर और अधिकार देता है।
सभी धर्म प्यार और भाईचारे की बात करते हैं जबकि कुछ लोगों ने अपने फायदे के लिए धर्म की आड़ में हिन्दू मुस्लिम के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया। ऐसे लोगों को आज पहचानने की जरूरत है। धर्म की उत्पत्ति तो इसलिए हुई कि कोई ताकतवर व्यक्ति किसी कमज़ोर को ना सताए। लेकिन आज धर्म का वह स्वरूप पूरी तरह से उलट गया है।
दुनिया में ऐसा कोई धर्म नहीं है लोगों में नफरत और भेद पैदा करता हो। आज कुछ लोग अमीर होते चले जा रहे हैं, कुछ लोग गरीब होते क्या ऐसे देश चलेगा? क्या ऐसा असमानता दूर होगी?
देश चलेगा सबको साथ लेकर चलने से। कुछ लोगों ने अपना हित साधने के लिए शिक्षा को दो हिस्सों में बांट दिया। एक अमीर के लिए और एक गरीब के लिए, दोहरी शिक्षा नीति के जरिए। लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस भेदभाव को खत्म कर सबको समान शिक्षा के अवसर प्रदान किए। सबको समान स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले। विभिन्न प्रकार की योजनाओं को लागू कर सभी वर्ग के बच्चों को लाभ देने का काम किया।
*मंत्री ने बहुजन संगठन के लोगों का मनोबल भी बढ़ाया और कहा “देश के सम्पूर्ण विकास के लिए समाज को एकजुट होना होगा।*
पिछली सरकार में जिस तरह गौतम ने मंत्री के तौर पर एससी/एसटी समाज को मजबूत करने का काम किया उसका संदेश पूरे देश में गया।
आज मंत्री निवास पर हुई इस मीटिंग में आने वाले सभी बहुजन समाज के लोगों ने बता दिया कि उन्हें अपना बहुजन नेता मिल गया और अब समाज दलितों पर होने वाले अत्याचारों को और नहीं सहेगा।