Tue. Jul 1st, 2025

पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को पेरोल पर रिहा करने की मांग तेज़ हो गई है. दरअसल, कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए जेल प्रशासन को सुप्रीम कोर्ट ने सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल देने के संबंध में फैसला सुनाया था. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर भी लालू यादव को कोरोना को लेकर पैरोल दिए जाने की माँग तेज़ हो गई। आज ट्विटर पर लालू प्रसाद यादव के रिहाई के लिए #ReleaseLaluPrasadYadav
एक ट्विटर ट्रेंड शुरू किया गया जो कुछ ही घंटों में ट्रेंड करने लगा।  खबर लिखे जाने तक इस ट्रेंड पर अब तक 1 लाख 15 हज़ार ट्वीट्स आ चुके थे।

लालू प्रसाद यादव के रिहाई के लिए चल रहे ट्रेंड पर ट्वीट करते हुए RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने लिखा ”
#coronavirusindia के आलोक में मा. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयानुसार जब देश के अलग अलग हिस्सों में लोगों की रिहाई हो रही है तो लालू जी पर हुकूमत और निजाम की चुप्पी के घोर राजनीतिक मायने हैं और वो सब मानवीय संवेदनाओं से मीलों दूर हैं. #Releaselaluprasadyadav

बिहार के पूर्व स्वस्थ मंत्री तेजप्रताप यादव ने लिखा ” पिछड़ों और गरीबों को एकजुट करने वाले और उनके आत्म-सम्मान की रक्षा करने वाले महानायक लालू जी ही थें।
#ReleaseLaluPrasadYadav

इस हैशटैग पर ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव ने लिखा ” एक लाइन में इतना बड़ा संदेश वो भी humour के साथ इस देश में और कौन नेता दे सकता है? #ReleaseLaluPrasadYadav

राजद के वरिष्ठ नेता डॉ. तनवीर हसन ने लालू यादव की रिहाई की मांग करते हुए लिखा ” लालू जी चोर हैं, क्योंकि उन्हें सामाजिक न्याय की बुलंदी पसन्द है! सत्ता की रोटी नहीं…. #ReleaseLaluPrasadYadav

RJD नेता अरुण यादव ने लिखा ” गरीबों के मसीहा आदरणीय लालू प्रसाद जी गरीबों की संपत्ति हैं इन्हें जल्द रिहा करो। #ReleaseLaluPrasadYadav

आकाश ने इसी ट्रेंड पर ट्वीट करते हुए लिखा ” दंगों के दरमियान में जाकर पहल करने का उदाहरण गाँधी जी के नाम है या आज़ादी के बाद लालू यादव के नाम है। लालू यादव को छोड़कर इस तरह का साहस करता हुआ एक भी चेहरा नज़र नहीं आता है। गाँधी जी की हत्या कर दी गयी और लालू यादव जी को फ़र्ज़ी फंसाकर जेल भेज दिया गया। #ReleaseLalulrasadyadav

लालू यादव के रिहाई की मांग करते हुए कुमार दिवाशंकर ने लिखा ” लालू प्रसाद नाम के व्यक्ति को तानाशाह भाजपाई क़ैद कर सकते है लेकिन उनके विचार को नहीं? बहुसंख्यक आबादी के लिए वो एक संस्था है, विचार है, विज्ञान है।
#ReleaseLaluPrasadYadav

https://twitter.com/KrDivashankar/status/1247571486883237889?s=19

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By Khabar Desk

Khabar Adda News Desk

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