राँची : झारखंड एक ऐसा राज्य है जिसमें पिछले 4 सालों में भूख से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में एक और मौत गिरिडीह चिलगा पंचायत के चिरुडीह गांव में 48 वर्षीय सावित्री देवी की मंगलवार सुबह मौत हो गई। उसके पति रामेश्वर तुरी ने आरोप लगाया है कि अनाज नहीं होने से उसके घर में दो दिन से चूल्हा नहीं जला है। भूख के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है। उसने राशन कार्ड बनाने के लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (बीएसओ) को पिछले साल ही आवेदन दिया था,जाो अब तक नहीं बना है।
जमुआ के बीडीओ विनोद कर्मकार ने कहा कि रामेश्वर के आरोप की जांच की जाएगी। महिला की मौत भूख से हुई या कुछ और वजह है, जांच की जाएगी।
भुख से हुई महिला की मौत पर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने सवाल उठाते हुए भाजपा सरकार को घेरा। वहीँ उन्होंने अनाज बैंक पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्या उसे चूहे कुतर गए।
फिर एक झारखंडी भूख से मौत का शिकार हो गयी। कहाँ गया अनाज बैंक? चूहे कुतर गए?
16 साल राज कर पहले भाजपा ने लोगों को गरीब बनाया फिर उन्हें मरने छोड़ दिया। .@dasraghubar सरकार की अकर्मण्यता के कारण भूख से मौतों, किसान आत्महत्याओं, युवाओं की आत्महत्याओं का सूद समेत बदला लेगा झारखंड। pic.twitter.com/qQy4Chtfe0— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 6, 2019
हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए लिखा ” फिर एक झारखंडी भूख से मौत का शिकार हो गयी। कहाँ गया अनाज बैंक? चूहे कुतर गए?
16 साल राज कर पहले भाजपा ने लोगों को गरीब बनाया फिर उन्हें मरने छोड़ दिया। .@dasraghubar सरकार की अकर्मण्यता के कारण भूख से मौतों, किसान आत्महत्याओं, युवाओं की आत्महत्याओं का सूद समेत बदला लेगा झारखंड।