नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया नागरिकता संशोधन कानून के बाद से ही लगातार चर्चाओं में बना हुआ था आज एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है। दरअसल आज जामिया के छात्र प्रवेश परीक्षा में पारदर्शिता लाने, नए सत्र के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स में किए गए बदलाव को वापस लेने और रीज़नल सेंटर दुबारा से शुरू करने के लिए छात्र VC ऑफिस का घेराव करने वाले थे लेकिन VC ऑफिस तक पहुंचने से पहले ही मेन गेट को बंद कर दिया गया।
जामिया के छात्र VC नज़मा अख्तर तक पहुँच कर अपनी माँग रखना चाह रहे थे तभी उन्हें मेन गेट पर रोक लिया गया जिसके बाद छात्र गेट में लगे ताले को तोड़ने की कोशिश करने लगे इसी बीच जामिया के गार्ड ने अंधाधुंध लाठियां चलाई जिसमें कई छात्रों को चोटें आई है। जामिया गॉर्ड के द्वारा छात्रों पर लाठी चलाने के बाद छात्रों का गुस्सा और बढ़ गया। गुस्साए छात्रों ने गेट को तोड़ दिया और अंदर घुस गए। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जामिया गार्ड ने किसकी परमिशन पर लाठीचार्ज किया? क्या जामिया के प्रॉक्टर ने छात्रों पर लाठी चलाने का आदेश दिया था? अगर नहीं तो गॉर्ड ने छात्रों पर लाठीचार्ज किसके आदेश पर किया ?