पटना : दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दहशत बढ़ती ही जा रही है. अभी तक यह वायरस 117 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. इस वायरस से संक्रमित होने की वजह से 5000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. डेढ़ लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं. भारत में अभी तक इसके 107 मामले सामने आ चुके हैं. चीन के बाद अगर कोई देश इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है तो वह है इटली (Italy). वहां अब तक 1800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस की वजह से वहां बीते रविवार 368 लोगों की जान चली गई. एक ही दिन में इतने लोगों की मौत बेशक हैरान कर रही है.
वहीं पूरे भारत मे फैल रहे कोरोना वायरस के खतरों के बाद भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चैन की नींद सोए हुए है और ऐसा लग रहा है कि उन्हें शायद इस बात का फर्क नहीं पड़ता है कि कितने लोग किस बीमारी स मर रहे है। हम ऐसा इसलिए कह रहे है कि जिस वायरस से पूरी दुनिया सहमी हुई है उस वायरस से बचाव के लिए बिहार में कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाया जा रहा है कदम उठाना तो दूर बल्कि पूरे बिहार में कोरोना वायरस के जाँच के लिए केवल एक ही जाँच केंद्र है।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लागत5मांग कर रहे है कि सभी बिहार के लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट कराया जाए इसके साथ ही जाँच केंद्रों को बढ़ाया जाए पर फिर भी नींद के आगोश में पड़े मुख्यमंत्री पर जूं तक नहीं रेंग रही है। राजद के ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा गया ” नीतीश जी की मानें तो बिहारवासियों के जान की कोई कीमत नहीं! हर बीमारी को महामारी बनाने में उन्हें महारत हासिल है! #चमकी
5 दिन से तेजस्वी यादव माँग कर रहे हैं पर अब भी 12 करोड़ बिहारवासियों के संदिग्ध #करोना_वायरस सैम्पल जाँच के लिए बस पटना का RMRIMS एकमात्र केंद्र ही क्यों है??