नई दिल्ली : Khabar अड्डा पिछले दिनों ऑल इण्डिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और साँसद बैरिस्टर असदउद्दीन ओवैसी ने चौथी बार उर्दू भाषा में लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली असदउद्दीन ओवैसी ने जय मीम, जय भीम और तकबीर अल्लाहु अकबर का नारा लगाकर अपनी शपथ को पूरा किया । इसी पर कटाक्ष करते हुये अंजना ओम कशेयप ने ओवैसी पर हमला बोलते हुये लिखा कि एक सांसद हैं । जब भी मेरे शो में आते हैं, कुछ नेताओं का नाम लेकर कहते हैं, ये जय श्रीराम के नाम पर नफ़रत फैलाते हैं । माननीय सांसद महोदय आज अल्लाह-हू-अकबर बोलकर आप भी कुछ फैला गए ।
एक सांसद हैं । जब भी मेरे शो में आते हैं, कुछ नेताओं का नाम लेकर कहते हैं, ये जय श्रीराम के नाम पर नफ़रत फैलाते हैं । माननीय सांसद महोदय आज अल्लाह-हू-अकबर बोलकर आप भी कुछ फैला गए ।
— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) June 18, 2019
हालांकि इस समय अंजना को यह ट्वीट नहीं करनी चाहिये थी क्यों कि मामला दोनों तरफ से था क्यों कि जब असदउद्दीन ओवैसी का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया था तो सदन में भाजपा और एनडीए के साँसदों ने शोर मचाना शुरू कर दिया और जोर जोर से वंदे मातरम के नारे लगाने लगे जिस पर ओवैसी ने जवाब देते हुये यह नारा लगाया था । लेकिन अंजना ने ट्वीट कर मामला को एकपक्षीय बनाने की कोशिश की लेकिन जनता सब जानती है ।बस किया था सब अंजना को ट्रोल करने में लग गए।
किसी ने लिखा तिलमिला गयी तुम! शुरुआत किसने की? और क्यों की? ये पूछने की औक़ात उन लोगों से नहीं है बस दलाली में नम्बर 1 हो
तो किसी ने लिखा बड़ा अंतर है। भगवा आतंकवाद जय श्रीराम कहे तो धार्मिक नहीं है जैसे ग्रीन आतंकवादी अल्लाह का नाम लेते हैं तो वो धार्मिक नहीं है।
तो किसी ने कहा आज संसद में कुछ नाथूरामवादी नारे लगा रहे थे बस औवेसी ने आतंक का जवाब अल्लाह से दिया।वैसे जब नाथूराम ही जनता की पसंद है तो औवेसी को जाने देना था
तो वहीं किसी ने लिखा पत्रकारिता का गिरता स्तर
पहले बीजेपी के नेताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए लेकिन हमें पता है आप उनके बारे में कुछ नहीं बोल सकती क्योंकि उनसे दलाली लेनी है
संसद है कोई भाषण का मैदान नहीं था यह समझाओ पहले बीजेपी के नेताओं को