Fri. Oct 24th, 2025

सर, मैं आपको परेशान नहीं करना चाहती लेकिन बात रखने से रोक नहीं पा रही हूं।

कल मेरे यहां जो काम करती हैं, बिहार से हैं, उनसे मैंने पूछा कि आंटी आपके पुराने दादा सब के पेपर हैं? तो उन्होंने बताया कि बेटा बहुत बुरा हाल हो रहा है। इतना पैसा लेकर बनाया जा रहा है, उसमें भी काम नहीं बन रहा है। वो रोने लगी। उनके पति नहीं हैं। एक बेटी है। कैसे करेंगे सब इंतज़ाम? हमारे यहां एक और काम करने वाले हैं जो 20 दिनों की छुट्टी लेकर बंगाल गए हैं। वहां बहुत बुरा हाल हो रहा है। जो यहां रह रहे थे, जिनका योगदान है, उनको नागरिकता देने से खारिज कर दिया गया तो?

मेरा सवाल है कि सर अगर इसमें किसी का नुकसान नहीं है तो पूरे इंडिया में इन हालात की वजह क्या है? क्यों लोगों को सड़कों पे आना पड़ा है? अगर ये सिर्फ माइनॉरिटी को ही इफेक्ट करेगा तो आप जैसे लोग इसके खिलाफ क्यों हैं? शायद आप लोग जानते हैं कि यह सिर्फ माइनॉरिटी को इफेक्ट नहीं करेगा। बल्कि पूरे देश और इंसानियत को इफेक्ट करेगा।
और जो लोग फेवर में है वो किसी भ्रम में है या इस चीज़ से किसी को नुकसान नीहं होगा। देश का भला होगा। जो मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कैसे भला होगा। वो नतीजे जानते हैं फिर भी सपोर्ट कर रहे हैं। क्योंकि उनको साफ साफ हिन्दू राष्ट्र चाहिए। हर हाल में।

परसों जब सुप्रीम कोर्ट ने यह बोला कि छात्र है इसका मतलब यह नहीं कि कुछ भी करें लेकिन क्यों उन्होंने पुलिस को नहीं बोला कि पुलिस हैं तो इसका मतलब यह नहीं कितनी भी दरिदंगी पर उतर आएं।

सर, एक सुझाव भी है। आप ndtv को छोड़ कर aaj tak जैसे चैनल को ज्वाइन करें ताकि उनके फॉलोअर्स जो गुमराह हैं उनको सच सुनने को मिले। लेकिन वो तो आपको लेंगे नहीं।

Thanku so much for always bringing out the truth no matter what.. We love you

पत्र रोमन में था। कुछ कुछ अंग्रेज़ी में तो मैंने देवनागरी में कर दिया। मुझे हर दिन कई पत्र आते हैं। कुछ पत्रों का मैं प्राइम टाइम लोक-पत्र संभाग के तहत यहां छापता हूं।

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By Khabar Desk

Khabar Adda News Desk

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