नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्र पिछले कई दिनों से फीस बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। आज दीक्षांत समारोह भी आयोजित किया गया था जिसमें उपराष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस कार्यक्रम को भी लेकर छात्रों ने खूब हंगामा खड़ा किया और बढ़े हुए फीस को वापस करने कि मांग की।
छात्र, वाइस चांसलर के खिलाफ जेएनयू कैंपस के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ ने जमकर लाठियां बरसाई और आंसू गैस छोड़े, जिसमें कई छात्र घायल हो चुके हैं। छात्रों पर हो रहे इस हमले पर JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भाजपा सरकार पर जम कर हमला बोला।
एक तरफ़ जहाँ पूरा देश पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती मना रहा है वहीं दूसरी ओर देश की मौजूदा सरकार जेएनयू के विद्यार्थियों पर आँसू गैस, वॉटर कैनन और लाठियाँ चलवा रही है।#NoToFeeHike#NoToNewHostelManual#StandWithJnu
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) November 11, 2019
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ” एक तरफ़ जहाँ पूरा देश पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती मना रहा है वहीं दूसरी ओर देश की मौजूदा सरकार जेएनयू के विद्यार्थियों पर आँसू गैस, वॉटर कैनन और लाठियाँ चलवा रही है।
आपको बता दैं कि 28 अक्टूबर को विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल और मेस की फ़ीस बढ़ाने समेत कई फ़ैसले लिए थे. सिंगल रूम का मासिक किराया 20 रुपए से बढ़ाकर 600 रुपए और डबल रूम में प्रति छात्र मासिक किराया 10 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए कर दिया गया था. हॉस्टल मेस में रिफंडेबल सुरक्षा राशि को 5,500 से बढ़ाकर 12,000 रुपए करने का फ़ैसला लिया गया था. साथ ही बिजली और पानी का अलग से बिल वसूलने का भी प्रावधान किया गया था. यही नहीं, यूनिवर्सिटी लाइब्रेरी और हॉस्टल की टाइमिंग भी तय कर दी गई. ये भी कहा गया कि हॉस्टल में अगर कोई ‘बाहर’ का व्यक्ति रुक रहा है तो उसके लिए पहले से इजाज़त लेनी पड़ेगी. साथ ही पार्थसारथी रॉक्स की तरफ़ आने-जाने पर भी कई तरह के पहरे लगा दिए गए थे.