नई दिल्ली :- जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे भारत की राजनीति गर्म होती जा रही है। देश के पूरे 543 सीटों के बारे में चर्चा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे या फिर वाराणसी छोड़ ओड़िसा या फिर कहीं और से अपनी किस्मत आजमाएंगे यह बहस भी मीडिया में छिड़ी हुई हैं।
इसी बीच एक बड़ी ख़बर ने सब का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर लिया है कि भारत के मशहूर शायरों में से एक शायर इमरान प्रतापगढ़ी अब सियासत की दुनिया मे भी गर्माहट पैदा करने का मन बना लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इमरान प्रतापगढ़ी उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा सकते है।
इस बात का प्रमाण गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुरादाबाद के उनवान में आयोजित जश्न-ए-हिंदुस्तान के नाम से एक प्रोग्राम रखा गया था जहाँ ख़ुद इमरान ने अपने शायराना अंदाज़ में कहा कि
“बुज़ुर्गों की विरासत पर अभी तक नाज़ करता हूँ
ज़मीं का साथ देने के लिए परवाज़ करता हूँ
सियासत जंग है इस दौर में जम्हूरियत वालो
मुरादाबाद से इस जंग का आग़ाज़ करता हूँ”
उनके इस अंदाज से साफ झलकता है कि 2019 लोकसभा चुनाव में वो मुरादाबाद की सीट से अपनी किस्मत आज़मा सकते हैं।
सूत्रों के हवाले से ये ख़बर है कि सपा,बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियाँ उनको अपने सिंबल से चुनावी मैदान में उतारना चाह रही हैं मगर पार्टी को लेकर ख़ुद इमरान ने अब तक कोई खुलासा नही किया है।
मुशायरों से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले इमरान प्रतापगढ़ी आज अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं। कभी व्यंगों के ज़रिए तो कभी सीधे सीधे हुक्मरानों पे हमला करने वाले इमरान सियासी गलियारों में भी मज़बूत पकड़ रखते हैं । ख़ासकर केन्द्र सरकार को उसकी मुस्लिम विरोधी नीतियों पर घेरते नज़र आते हैं ।
उनके इस फैसले का मुरादाबाद की जनता स्वागत कर रही है क्यूंकि उन्हें लगता है की जिस तरह इमरान मुशायरों के मंचों से उनके लिए आवाज़ बुलंद करते हैं वैसे ही अब संसद से भी ललकारेंगे । मगर सवाल ये है क्या इमरान लोगों की उम्मीदों पे खड़े उतरेंगे ? क्या मोब लींचिंग , तीन तलाक़ ,इस्लामोफ़ोबिया और शरीयत में छेड़छाड़ जैसे मुद्दों पर मज़लूमों की आवाज़ बनने वाले इमरान का तेवर संसद की कुर्सी मिलने के बाद वही रहेगा या फिर उनका लहज़ा नरम पड़ जायेगा ?
अनेकों सवाल है पर जवाब के रूप में बस एक आशा की किरण है जिसका उत्तर समय के साथ ही मिल पायेगा।
फिलहाल देश की नज़र मुरादाबाद लोकसभा सीट पर टिकी हुई है।