नई दिल्ली : युवाओं में किसी फिल्मी सितारे की तरह मशहूर युवा शायर और कॉंग्रेसी नेता इमरान प्रतापगढी ने जिस तरह से NRC के विरूद्ध हो रहे कार्यक्रमों में पँहुचकर जान फूँकी है उसने सरकार के माथे पर बल ला दिया है ।
इमरान ने जामिया में पहले दिन हुए पुलिसिया लाठीचार्ज के बाद से जिस तरह सडक पर उतरकर मोर्चा सम्भाला है उससे इस ऑंदोलन को एक और भीड जुटाऊ चेहरा मिल गया है ।
भोपाल, किशनगंज, शाहीन बाग़, जंतर मंतर, समस्तीपुर, दरभंगा, पटना का सब्ज़ी बाग़, सिवान में जिस तरह इमरान प्रतापगढी को सुनने के लिये नौजवान और महिलायें पँहुच रही हैं उससे सरकार का परेशान होना लाजमी है, जिस तरह इमरान शायरी के माध्यम ये सरकार के इस कानून के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं, उसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियॉं बटोरी हैं, इमरान की शायरी और नारे लगाते वीडियो हज़ारों की तादाद में शेयर हो रहे हैं और खूब वायरल हैं ।
इमरान ने पिछले महीने से अपने देश विदेश के सारे मुशायरे कैंसिल कर दिये हैं और वो लगातार मंचों से ये कह रहे हैं कि ‘मेरी ज़रूरत इस समय मुशायरों से ज्यादा देश की सडकों पर है’ ।
प्रियंका गॉंधी और राहुल गॉंधी के पसंदीदा युवा मुस्लिम चेहरे के तौर पर कॉंग्रेस भी इमरान प्रतापगढी को देश भर में घुमाना चाहती है, जिससे इमरान की फायर ब्रॉंड वाली इमेज को भुनाया जा सके ।
17 को इमरान बिहार के अररिया में तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करेंगे ।