नई दिल्ली, Khabar अड्डा : केरल बाढ़ के भीषण तबाही का सामना कर रहा है। इस बाढ़ से केरल में अब तक 324 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अबभी 80 हज़ार से अधिक लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं सेना के साथ NDRF की टीमें राहत कार्य मे जुटी हुई है।
इसी बीच दिल्ली की आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने अपने 1 महीने का वेतन केरल बाढ़ प्रभावित को देने की घोषणा की है। इसकी जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके दी है।
आपको बता दें कि केरल में बाढ़ की वजह से जो इलाक़े सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं वो पश्चिमी घाट के ‘इकोलॉजिकल सेंसिटिव ज़ोन’ के अंतर्गत आते हैं. स्थानीय मीडिया के अनुसार, कोच्चि, त्रिवेंद्रम, इडुक्की, पलक्कड और वायनाड ज़िले में हालात सबसे ज़्यादा ख़राब हैं।
नेशनल डिज़ास्टर रेस्पॉन्स फ़ोर्स (एनडीआरएफ़) की छह टीमें दिल्ली और छह टीमें अहमदाबाद से केरल भेजी गई हैं। एनडीआरएफ़ की 18 टीमें केरल के 7 ज़िलों में पहले से तैनात हैं।
एनडीआरएफ़ के महानिदेशक संजय कुमार ने मीडिया को बताया है, “हम केरल सरकार के साथ मिलकर बचाव कार्य कर रहे हैं। केरल में अगर और टीमों की ज़रूरत होगी तो हम भेजेंगे। केरल में हालात काफ़ी चुनौतीपूर्ण हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का कहना है कि पिछले 100 सालों में राज्य ने कभी भी इस तरह के बाढ़ का सामना नहीं किया है.पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “इससे पहले केरल ने कभी भी इस तरह की स्थिति नहीं देखी।”
मानसून में हर साल केरल में देश के कुछ राज्यों की तुलना में ज़्यादा बारिश होती है लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि इस बार हुई बारिश औसत से 37 फ़ीसदी ज़्यादा है। चिंता की बात ये है कि आने वाले दिनों में भी तेज़ बारिश का प्रकोप जारी रहने की आशंका है।