अमरीका के मध्यावधि चुनाव में दो मुस्लिम महिलाओं ने पहली बार कांग्रेस में अपनी जगह बनाई है। ये महिलाएं हैं डेमोक्रेटिक पार्टी की इल्हान उमर और राशिदा तालिब। इनमें से एक सोमालिया में युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका में शरणार्थी के तौर पर शरण लेने वाले परिवार से हैं तो दूसरी फलीस्तीनी मूल की अमेरिकी नागरिक हैं।
चुनाव जीतने के बाद इलहान उमर ने ट्विटर पर राशिदा को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, ”मेरी बहन राशिदा, तुम्हें जीत की बधाई। मैं तुम्हारे साथ काम करने का इंतज़ार नहीं कर सकती। इंशाअल्लाह!”
उमर ऐसी पहली कांग्रेस सदस्य होंगी, जो मुस्लिम हिजाब पहनेंगी। तलैब ने भी एक मुस्लिम महिला के तौर पर कई बैरियर्स को तोड़ा है। 42 साल की तलैब पहली बार 2008 में मिशिगन राज्य के सदन की मेंबर चुनी गई थीं।
उमर इससे पहले मिनेसोटा की प्रतिनिधि सभा में चुनी जाने वाली पहली सोमालियाई अमरीकी मुस्लिम महिला का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुकी हैं। उमर ने अगस्त में डेमोक्रेटिक रिप्रेजेंटेटिव कीथ एलिसन की जगह लेते हुए अपनी दावेदारी पक्की की थी।
पिछले महीने एक इंटरव्यू में उमर ने कहा था, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अमेरिका आऊंगी और स्कूल जाऊंगी। उन बच्चों के साथ, जो मेरी तरह ही खाने के लिए चिंतित थे, जितनी चिंता मुझे रिफ्यूजी कैंप में थी।’ उमर ने बचपन के अपने 4 साल कीनिया के एक रिफ्यूजी कैंप में बिताए थे।
राशिदा तालिब भी इल्हान उमर की तरह प्रवासी हैं। वो 42 साल की हैं। राशिदा तालिब के पिता उन फ़लस्तीनियों में शामिल हैं, जो अमरीका आकर बसे थे। तालिब ने मध्यावधि चुनाव के लिए अपनी दावेदारी तब पुख्ता कर ली थी, जब उन्होंने डेमोक्रेट ब्रेंडा जॉन्स को प्रारंभिक चुनावों में हरा दिया था। तालिब ने पहली बार इतिहास साल 2008 में रचा था।