Tue. Nov 19th, 2024

आंध्र प्रदेश में 72 वर्षीय कोरोना संक्रमित बुजुर्ग का शव उसके घर से श्मशान घाट तक एक जेसीबी मशीन के जरिए पहुंचाया गया. इस घटना को लेकर विपक्ष ने हंगामा मचा दिया है जिसके बाद राज्य का सियासी पारा गर्मा गया है. घटना सामने के बाद दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. बता दें कि नगर निगम का पूर्व कर्मचारी डोर-टू-डोर सर्वे हेल्थ सर्वे के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गया था. जिसकी मौत श्रीकुलुम जिले के पसाला गांव में हो गई थी. जिसका एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में कर्मचारी PPE किट पहने नजर आ रहे हैं जबकि जेसीबी के आगे वाले हिस्से पर शव को रखा गया है. बुजुर्ग की मौत के बाद पड़ोसियों ने चिंता जाहिर की थी कि शव की वजह से आस-पास के इलाकों में कोरोना का संक्रमण फैल सकता है. 

https://youtu.be/xNFBHAueJKo

इस वीडियो के वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री दफ्तर ने इसे अमानवीय करार देते हुए कहा कि शव को श्मशान तक पहुंचाने के लिए नियमों का पालन किया जाना जरूरी है जोकि नहीं किया गया. वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि यह अमानवीय है,अधिकारियों का साफ निर्देश दिए गए हैं कि इस तरह के मामलों में किस तरह से कदम उठाने हैं. 

आंध्र प्रदेश सरकार ने श्रीकुलुम के मजिस्ट्रेट को घटना की जांच करने के आदेश दिए हैं. साथ ही मुंसीपल कमिश्नर नागेंद्र कुमार और सैनिटरी इंस्पेक्टर एन राजीव को बर्खास्त कर दिया है. वहीं इस मामले पर सियासी संग्राम भी छिड़ गया है. पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना पर शोक जताते हुए राज्य सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित शव को प्लास्टिक में लपेटकर जेसीबी से ले जाते हुए देखना बेहद दुखद है. वह मरने के बाद भी सम्मान के हकदार हैं. जगन सरकार को इस अमानवीय घटना पर शर्म आनी चाहिए. बताते चलें कि पिछले दिनों भी आंध्र प्रदेश में ऐसा ही एक मामला सामने आया था जब कोविड-19 संक्रमित एक महिला का शव ट्रैक्टर पर देखा गया था. 

loading...

By Khabar Desk

Khabar Adda News Desk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *