नई दिल्ली: पत्रकार रवीश रंजन शुक्ला ने मुंबई के पालघर में हुए लिंचिंग के बाद फेसबुक पोस्ट लिखा है। उन्होंने लिखा जब हिंसा को जस्टिफाई किया जाएगा। झगड़े में धर्म खोजा जाएगा। भीड़ को हिंसक बनाया जाएगा। हिंसा करने वालों को माला पहनाया जाएगा। जब इंसान को व्हाट्सअप की फारवर्डिंग मशीन बनाया जाएगा। जब अक्षरों में जहर लिखा जाएगा। जब मीडिया में तथ्य की जगह गुस्सा दिखेगा। जब धर्म का सड़कों पर प्रदर्शन होगा। जब राजनीति में धर्म, अहम किरदार निभाएगा। जब हत्यारों को सियासतदान बनाया जाएगा, जब ओसामा बिन लादेन को ईमानवाला बताया जाएगा। तब भीड़ बढ़ेगी, भीड़ लड़ेगी, भीड़ खोजेगी और भीड़ ही भेड़िया बनकर हमारा और आपका शिकार करेगी।
आपको बता दें कि पालघर की घटना गुरुवार को कासा पुलिस थाना इलाके में हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में चोरों के घूमने की अफवाह थी. रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे.