नई दिल्ली : बिहार सरकार ने भाजपा विधायक अनिल सिंह के बच्चे को कोटा से लाने की अनुमति दी है जिसके बाद सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार की जमकर आलोचना हो रही है। पत्रकार उमाशंकर ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि ” कहा इतना पक्षपाती मत बनिए, कुछ तो लिहाज रखिए। पत्रकार उमाशंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा ” क्या नीतीश जी, भाजपा विधायक का बच्चा बच्चा और आम बिहारियों का बच्चा कच्चा!
BJP MLA के पुत्र को लाने के लिए गुपचुप स्पेशल आर्डर और बाक़ियों के लिए ना ना! सर लाइन सीधी रखिए ना। अनिल सिंह के बच्चे जैसा सबके बच्चे को समझिए ना। इतना पक्षपाती मत बनिए न। कुछ तो लिहाज़ कीजिए न!
क्या @NitishKumar जी,
भाजपा विधायक का बच्चा बच्चा और आम बिहारियों का बच्चा कच्चा!
BJP MLA के पुत्र को लाने के लिए गुपचुप स्पेशल आर्डर और बाक़ियों के लिए ना ना!
सर लाइन सीधी रखिए ना। अनिल सिंह के बच्चे जैसा सबके बच्चे को समझिए ना। इतना पक्षपाती मत बनिए न। कुछ तो लिहाज़ कीजिए न! pic.twitter.com/bVcIYFA4vG
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) April 19, 2020
आपको बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लॉकडाउन की वजह से कोटा में फंसे छात्रों को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी थी .उन्होंने स्पष्ट किया था कि कोटा में फंसे छात्रों को वापस नहीं बुलाया जाएगा. इससे पहले शनिवार को भी नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि कोटा में फंसे छात्रों को बुलाने की जो मांग की जा रही है पूरी तरह से गलत है .अगर ऐसा होगा तो फिर लॉकडाउन का क्या मतलब? लेकिन अब भाजपा विधायक को कोटा से अपने बच्चें को लाने की अनुमति देने के बाद नीतीश कुमार सवालों के घेरे में आ गए है। सवाल उठना भी लाज़मी है क्योंकि उनके कथनी और करनी में काफी अंतर है।