नई दिल्ली: मरकज़ मामले पर BJP नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने इस तबलीगी जमात को तालिबानी जुर्म बतलाया. इस बीच, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि तबलीगी जमात के मुखिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान का मजाक बनाया है.
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, ‘इस जमात के जो मुखिया हैं, उनके भाषण यूट्यूब पर मौजूद हैं. इनके भाषणों को देखने वालों की तादाद 80 हजार से भी ज्यादा है. वो इस पूरे अभियान (कोरोना के खिलाफ मुहिम) का मजाक बना रहे हैं. वो इसको साजिश बता रहे हैं.
मुख़्तार अब्बास नक़वी और आरिफ़ मुहम्मद खां जैसे दलाल बताएंगे कि मौलाना साद साहब जैसे बुज़ुर्ग क्या हैं और मरकज़ निज़ामुद्दीन में क्या होता है इन जैसे लोगों ने कोरोना को भी मुसलमान बना दिया अफ़सोस।
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) April 2, 2020
इन्ही दोनों बयान को लेकर आप लीडर और ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा मुख़्तार अब्बास नक़वी और आरिफ़ मुहम्मद खां जैसे दलाल बताएंगे कि मौलाना साद साहब जैसे बुज़ुर्ग क्या हैं और मरकज़ निज़ामुद्दीन में क्या होता है इन जैसे लोगों ने कोरोना को भी मुसलमान बना दिया अफ़सोस।
बता दें कि राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में 8 से 10 दिन तक तबलीगी जमात में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से दो हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे. जिसके चलते 100 से ज्यादा लोगों के कोरोनावायरस (Coronavirus) के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए. तेलगांना के 6 समेत सात कोरोनावायरस संक्रमितों की मौत के बाद सोमवार को निजामुद्दीन मरकज में रुके लोगों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की गई. बुधवार सुबह निज़ामुद्दीन मरकज़ से सभी 2,100 लोगों को बाहर निकाला गया.