नई दिल्ली : नई दिल्ली: दिल्ली के जाफराबाद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के बीच रविवार को शुरू हुआ हंगामा सोमवार को और हिंसक हो गया जो आज मंगलवार को भी जारी है। नागरिकता कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं जिसमें एक पुलिस कॉन्सटेबल समेत 7 लोगों की मौत हो गई. भजनपुरा के पास चांदबाग में रतनलाल नाम के हेड कॉन्सटेबल की मौत हो गई है.
शिवा और त्यागी की दुकान बच गयी और जुल्फिकार मलिक की दुकान जल गई। ये हैं दिल्ली पुलिस और भारत सरकार द्वारा प्रायोजित दंगों की कहानी। pic.twitter.com/spLAyU050u
— Prashant Kanojia (@KanojiaPJ) February 25, 2020
आज सुबह दिल्ली पुलिस ने जो आँकड़े दिए है उसमें साफ तौर से अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। आपको बता दें कि अब भी दिल्ली शांत नहीं हुआ है मंगलवार यानी आज भी दोपहर में दर्जनों इलाकों में मारपीट, पत्थरबाजी और आग लगाने और घरों के लूटने की भी खबर है। और इसमें एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है और इसकी एक तस्वीर सामने आई है जिसमे 3 दुकान दिख रहा है दोनों तरफ शिव और त्यागी की दुकान है वहीं बीच मे जुल्फिकार मालिक की दुकान है। दंगाइयों में जुल्फिकार के दुकान को लूट लिया और आग के हवाले कर दिया जब कि शिव और त्यागी की दूकान में कोई नुकसान नहीं हुआ है। इसको पत्रकार प्रशांत कनौजिया पुलिस और सरकार द्वारा प्रायोजित दंगा बताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा ” शिवा और त्यागी की दुकान बच गयी और जुल्फिकार मलिक की दुकान जल गई। ये हैं दिल्ली पुलिस और भारत सरकार द्वारा प्रायोजित दंगों की कहानी।