नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन बिल यानी कि CAA, NRC और NPR पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। यह प्रदेशन दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी से 13 दिसंबर से शुरू हुआ था जो अब भी जारी है। इसके इलावा ओखला के शाहीन बाग़ में भी दिन रात यह प्रदर्शन जारी रहता है जहाँ बड़ी संख्या में लोग जमा रहते है जिसमें महिलाएं अधिक होती हैं दिल्ली के इलावा भी दर्जनों राज्यों में यह प्रदर्शन बड़ी जोर शोर से चल रहा है।
दिल्ली के जामिया में 13 दिसंबर से प्रदर्शन चल रहा है और 15 दिसंबर को यह प्रदर्शन हिंसक हो गया था जिसके बाद जामिया के कैंपस में घुस कर पुलिस ने जो बर्बरता की उसका वीडियों दुनिया के सामने आ चुका है। जिसमें साफ था कि कैसे पुलिस लाइब्रेरी और होस्टल में घुस कर छात्रों को मार रही थी और उनपर आंसू गैस के गोले छोड़ रही थी। इन सब के बीच 3 लोगों को गोली लगने की खबर थी जिनका इलाज़ चल रहा है लेकिन उस समय दिल्ली पुलिस ने गोली चलाने से इनकार कर दिया था लेकिन अब पुलिस गोली चलाने की बात हो स्वीकार कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने माना है कि जामिया हिंसा के दौरान पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी। अभी तक कि जांच में पुलिस का दावा है कि पुलिस की गोली किसी को नहीं लगी। जो वीडियो सामने आया था वो सही था वो मथुरा रोड का ही है। पुलिस का दावा है उसमें जो पुलिसकर्मी फायरिंग करते हुए दिख रहे हैं, वह अपने सेल्फ डिफेंस में हवाई फायरिंग कर रहे हैं क्योंकि वहां बहुत ज्यादा पथराव हो रहा था और पुलिसकर्मी चारों तरफ से घिर गए थे। इस फायरिंग की एंट्री पुलिस ने अपनी डीडी यानी डेली डायरी में भी की हुई है।
पुलिस के ऊपर यह भी आरोप है कि वह बिना जामिया प्रशासन के अनुमति के जामिया के कैंपस में घुस कर और गुंडागर्दी की थी। जिसके बाद जामिया की वीसी नज़मा अख्तर ने दिल्ली पुलिस के अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज़ करवाया है।