नई दिल्ली : नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में सिर्म यूपी में लगभग 20 लोगों की मौत हुई है, आज़म खान के शहर रामपुर में भी एक की मौत हुई. इस सिलसिले में रामपुर और दुसरे जिलों में जनता पर मुक़द्दमें दर्ज हुए हजारों गिरफ्तार भी किये गये.
इन विरोध प्रदर्शन के चलते रामपुर शहर में पुलिस की तो मानो लोट्री ही लग गई हो गरीब जनता से रामपुर की पुलिस को पैसा वसूल करने का एक नया और सुनहरा मौका हाथ लग गया है.
द वायर की रिपोर्ट के अनुसार विरोध प्रधार्शन के चलते गिरफ्तार किये गये लोगों की माओं और पत्नियों की आंसुओं से भरी आँखों में गम और गुस्सा साफ़ साफ़ नज़र आरहा है. एक परिवार के मुताबिक़ उनके बेटे या शौहर बहुत गरीब हैं इसलिए जिल में हैं वरना अमीर तो पुलिस को मोटी रक़म देकर आराम से छूट रहे हैं.
गिरफ्तार किये गये लोगों के घर पुलिस नोटिस लेकर जाती है और परिवार को धमका कर 50,100 और 200 रूपये तक की वसूलती कर रही है, नहीं देने पर गिरफ्तार किये गये परिवार के शख्स पर सख्ती यानि टॉर्चर करने की धमकी देते हैं. गरीब परिवार अपनी मेहनत मजदूरी की कमाई से पुलिस वालों को दे दे कर अपने परिवार के लोगों को पुलिस से छुड़ा रहे हैं
सवाल यह है कि यह धमकी और पुलिसिया वसूली योगी जी करवा रहे हैं या एसपी रामपुर के इशारे पर हो रही है? गरीब जनता को नोटिस देने के नाम पर भी खुल्लम खुल्ला रिश्वत ली जा रही है, रामपुर आज़म खान का सांसद क्षेत्र है शायद इसलिए रामपुर के लोगों पर कुछ ज्याद सख्ती हो रही है?