नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन बिल यानी के CAA और NRC के खिलाफ देशभर में ज़मकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कुछ जगहों पर इस प्रदर्शन के हिंसक होने की खबर थी पर उसके बाद आज भी शांतिपूर्ण ढंग से यह प्रदर्शन जारी है पर यह खबर गोदी मीडिया की खबरों से दूर है दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन पिछले 13 दिसंबर से ज़ारी है। दिल्ली के रिकॉर्ड तोड़ ठंडी में दिल्ली के जामिया और दिल्ली ही के शाहीन बाग़ में भी सुखदेव बिहार-नोएडा हाइवे को ब्लॉक करके लोग 24×7 ठिठुरती ठंड में बैठकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे है।
CAA और NRC के हंगामे के बीच गोदी मीडिया के पत्रकारों को भी खुद को सरकार का प्रवक्ता और सत्ता का वफादार साबित करने की होड़ लगी हुई है। CAA के हंगामों के बीच ज़ी न्यूज़ ने CAA का समर्थन देने के लिए मिस कॉल करने का NO. तक जारी कर दिया गया और सोशल मीडिया पर खूब हंगामा काटा की हर घंटे CAA के समर्थन में 1 लाख कॉल आ रहे है। लेकिन सुधीर चौधरी और ज़ी न्यूज़ के दावों की पोल उस समय खुल गई जब सुधीर चौधरी ने फेसबुक और ट्विटर से CAA पर पोल कराया।
ट्विटर पर हुए पोल में ज्यादातर लोगों ने CAA के विरोध में वोट दिया था पर अचानक से यह वोट समर्थन में बढ़ गया जिसके बाद लोगों ने ज़ी न्यूज़ के पत्रकार सुधीर चौधरी ट्विटर से वोट खरीदने का आरोप लगा दिया। लेकिन जब ट्विटर के पोल अंत हुवा तब CAA के विरोध में ज्यादा वोट मिला। 50.40% लोगों ने कहा कि हम CAA का समर्थन नहीं करते है। वहीं 49.60% लोगों ने कहा कि हम इसका समर्थन करते है। इस ट्विटर पोल पर 6 लाख 65 हज़ार 884 लोगों ने वोट दिया जिसमें विरोध करने वालों की जीत हुई। लेकिन इन सबके बीच सुधीर चौधरी पर पैसे से वोट खरीदने का भी आरोप लगा। और इन आरोपों की सच्चाई आप सुधीर चौधरी के फेसबुक पोस्ट पर किये पोल में देख सकते है।
फेसबुक पर सुधीर चौधरी ने एक पोल करते हुए पूछा कि क्या आप CAA का समर्थन करते है और ऑप्शन दिया हाँ और नहीं का। जिसमें अब तक लगभग 3 लाख 44 हज़ार लोगों ने वोट दिया। 24 घंटे बाद जब नतीजा सामने आया तो वह ज़ी न्यूज़ और गोदी मीडिया के सरगना सुधीर चौधरी को चौकाने वाला था। इस के नतीजे में 36% लोगों ने कहा कि वह CAA के समर्थन में है वहीं 64% लोगों ने कहा कि वह इस नागरिकता संशोधन कानून यानी के CAA के समर्थन में नहीं है। वैसे अगर आप इस परिणाम को देखें तो साफ लगता है कि बड़ी संख्या है जो इस नागरिकता कानून का विरोध कर रहे है। वहीं सुधीर चौधरी के इस पोल के परिणामों को देखने के बाद अब ABP न्यूज़ के द्वारा CAA पर किया गया देश का मूड भी सवालों के घेरों में आ गया है।