Fri. Oct 18th, 2024

नई दिल्ली : नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर देश भर में ज़मकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इन सब के बीच यह प्रदर्शन UP में भी हुवा जिसके कुछ जगहों पर हिंसक होने की खबर थी लेकिन प्रदर्शनकारियों पर UP पुलिस ने जो बर्बरता की है वह अभी सवालों के घेरे में है लेकिन इन सब के बीच UP पुलिस की हरकतें जो सामने आ रही है वह दिल दहला देने वाली है। उत्तर प्रदेश के मेरठ में सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो 20 दिसंबर का है जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नागरिक संशोधन ऐक्ट के ख़िलाफ़ हिंसक प्रदर्शन (CAA Protest) हुए थे, उस दौरान एसपी मेरठ अखिलेश नरायण सिंह उपद्रवियों को नियंत्रण करने के लिए मेरठ की निसाड़ी गेट के पास एक गली में पहुंचते हैं और प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की हिदायत दे डालते हैं. 20 दिसंबर के इस वीडियो में सिटी एसपी अपने दल-बल के साथ मेरठ के किसी इलाके में पहुंचते हैं और नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को धमकाते नज़र आ रहे हैं.

जब उत्तरप्रदेश के मेरठ पुलिस की इस धमकी पर पत्रकारों, वकीलों औऱ समाजसेवियों ने सवाल उठाया तो उनके सवालों से घबराई मेरठ पुलिस अब उन सब को ट्विटर से ब्लॉक कर रही हैं जो उनसे सवाल पूछ रहा है।

जब पत्रकार विनोद कापड़ी ने उत्तरप्रदेश के मेरठ पुलिस के इस रवय्ये पर सवाल उठाया तो मेरठ पुलिस ने उन्हें ट्विटर से ब्लॉक कर दिया।

https://twitter.com/scribe_prashant/status/1210833182024536064?s=19

जब पत्रकार प्रशांत ने मेरठ पुलिस का वीडियो अपलोड करके एक्सपोज किया तो मेरठ पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से उन्हें भी ब्लॉग कर दिया गया।

जब पत्रकार रोहणी सिंह ने मेरठ पुलिस से सवाल पूछने वालों को ब्लॉक करने का कारण पूछा तो मेरठ पुलिस ने उन्हें भी ब्लॉक कर दिया।

जब कांग्रेस के नेता तहसीन पूनावाला ने जब सवाल पूछा तो उन्हें भी ब्लॉक कर दिया गया। 

loading...

By Khabar Desk

Khabar Adda News Desk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *