राँची: झारखंड का विधानसभा चुनाव खत्म हो चुका है अब सारे दावों का समय भी के नतीजों की गणना के साथ खत्म होता जा रहा है। जो अब तक के रुझान है उसे देख कर साफ कहा जा सकता है भाजपा अकेले अपने बलबूते सरकार बनाने में बिल्कुल भी सफल नहीं हो सकती है। क्योंकि चुनाव से पहले भाजपा का नारा था अब की बार 65 पार जो कि चुनावी नतीज़ों में उसका आधा भी मिलता नहीं दिख रहा है जो भाजपा के चुनावी दावों के खोखलेपन को साफ दिखा दिखा रहा है। अब तक के चुनावी नतीज़े से साफ लग रहा है कि भाजपा के राष्ट्रवाद, राम मंदिर, नागरीकता संशोधन कानून और NRC पर झारखंड के स्थानीय मुद्दे बड़े रहे है।
झारखंड के 81 विधानसभा सीटों पर अब भी वोटों की गिनती ज़ारी है लेकिन अब तक के रुझान गठबंधन को 43 सीटों पर बढ़त दिखा रही है जो के सरकार बनाने के जादुई आंखडे पर खड़ी है। वही भाजपा 27 सीटो के साथ सरकार बनाने के दौर से काफी पीछे दिख रही है। ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और RJD गठबंधन को लीड करने वाले और गठबंधन से मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट किए गए JMM के हेमंत सोरेन के नाम पर झारखंड की जनता मुहर लगा दिया है।
कपड़ों से नहीं पर शायद नियत से पहचान लिया झारखंड ने…
— Rohini Singh (@rohini_sgh) December 23, 2019
झारखंड में भाजपा की हार पर पत्रकार रोहणी सिंह ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है उन्होंने कहा कि कपड़ों से नहीं पर शायद नियत से पहचान लिया झारखंड ने…