लखनऊ : झांसी में एनकाउंटर में मारे गए करगुआं गांव के पुष्पेंद्र यादव का मामला अब उत्तर प्रदेश पुलिस के गले की हड्डी बन गया है। पुलिस वैन मे गांव ले जाया गया पुष्पेंद्र का शव परिजन लेने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब तक झांसी एसएसपी ओपी सिंह और मोठ कोतवाल धर्मेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल नही भेजा जाएगा तबतक वह शव को हाथ नही लगाएंगे, भले ही रखे-रखे सड़ जाए।पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का शव बीते दो दिनों से पुलिस वैन मे रखा गया था पर कल रात योगी पुलिस ने बिना किसी विधि और परिजनों के शव को जला दिया।
इसके बाद पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के नेता और प्रवक्ता डॉ. अनुराग भदौरिया ने फ़र्ज़ी एनकाउंटर करने वाले इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह पर कोई कारवाई नहीं होने और सरकार के चुप्पी पर भी सवाल उठाए। वहीं उन्होंने मीडिया को भी आड़े हाथों लिया।
एक निर्दोष पुष्पेंद्र यादव को मारने वाला क्रिमिनल इन्स्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह को ३०२ लगाकर जेल भेज ना चाहिए था .. लेकिन सरकार इन्स्पेक्टर के ख़िलाफ़ एक शब्द नहीं बोल रही है..मीडिया भी चुप है क्यों भाई..क्या यादव हिंदुस्तानी नहीं हैं..#JusticeForPushpendraYadav @yadavakhilesh
— Dr Anurag bhadouria (@anuragspparty) October 9, 2019
अनुराग भदौरिया ने ट्वीट करते हुए कहा “एक निर्दोष पुष्पेंद्र यादव को मारने वाला क्रिमिनल इन्स्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह को ३०२ लगाकर जेल भेज ना चाहिए था .. लेकिन सरकार इन्स्पेक्टर के ख़िलाफ़ एक शब्द नहीं बोल रही है..मीडिया भी चुप है क्यों भाई..क्या यादव हिंदुस्तानी नहीं हैं..#JusticeForPushpendraYadav “