नई दिल्ली : दिल्ली के तुगलकाबाद में स्थित संत रविदास मंदिर के तोड़े जाने के बाद बवाल मचा हुआ है। भीम आर्मी सेना उसी जगह पर दुबारा से मंदिर बनाने के लिए प्रदर्शन कर रही है और उन्होंने सरकार से 10 दिनों में मंदिर बनाने की माँग की है। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चहल पहल शुरू हो गई है और इसपर खूब राजनीति भी हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंदिर तोड़े जाने के लिए सीधे तौर पर केंद्र की भाजपा सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है। तो वहीं दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन और ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने वक़्फ़ बोर्ड के खर्चे से संत रविदास मंदिर बनाने का प्रस्ताव भी दिया है।
https://twitter.com/AshrafFem/status/1165467937878237185?s=19
वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के इस प्रस्ताव अधिकतर मुस्लिम विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले मुस्लिम युवा अशरफ हुसैन अमानतुल्लाह खान के इस प्रस्ताव पर भड़क गए और उन्होंने वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नसीहत तक दे डाली। अशरफ हुसैन ने कहा वक़्फ़ बोर्ड मुस्लमानों की प्रॉपर्टी है ना कि किसी दूसरों की जागीर। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा” संत रविदास मंदिर की तामीर का ख़र्च
वक़्फ़ बोर्ड उठाने को तैयार है,
-‘अमानतुल्लाह ख़ान’
सुनो @KhanAmanatullah,
दिल्ली वक़्फ़ बॉर्ड ना तुम्हारी मिल्कियत है
और ना केजरीवाल को दहेज़ में मिली थी,
की तुम जहाँ चाहो वहाँ
वक़्फ़ बोर्ड का पैसा उड़ाते रहो।
ये मुसलमानों की प्रॉपर्टी है समझे।