पटना(प्रेस रिलीज़)इमारत शरिया ने किया मोब लिंचिंग के शिकार पीड़ितों का केस लड़ने का फैसला
अमीरे शरीअत बिहार, ओड़ीशा एवं झारखंड मौलाना वली रहमानी ने सराय केला खरसावां के तबरेज़ अंसारी उर्फ सोनू को भीड़ के द्वारा पीट पीट कर मार दिये जाने की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि मोब लिंचिंग भी आतंकवाद का हिस्सा है और आतंकवाद किसी भी समाज या देश के किसी भी प्रकार से कबूल नहीं की जानी चाहिए। उन्हों ने यह भी कहा कि बी गुनाह एवं निहत्ते लोगों को एक विशेष वर्ग कि उत्तेजित एवं उन्मादी भीड़ द्वारा पीट पीट कर मार दिया जाना उन से जबर्दस्ती धार्मिक नारे लगवाना इस देश के आम नागरिक को भय एवं आतंक में मुब्तला कर रहा है । और यह सूरते हाल देश एवं समाज के लिए काफी खतरनाक है। केंद्र एवं राज्य सरकार को इस के विरुद्ध सख्त से सख्त एक्शन लेना चाहिए और इस तरह के लोगों पर दहशत गर्दी की धारा लगा कर उन्हें सख्त सज़ा देनी चाहिए ।
हज़रत अमीरे शरीअत ने यह भी कहा कि इमारत शरियाह ने मोब लिंचिंग का शिकार पीड़ितों एवं मृतकों का केस लड़ने का फैसला किया है। इस के लिए मृतक के परिजन संबंधित कागजात के साथ इमारत शरियाह तशरीफ लाएँ इन शा अल्लाह इमारत शरियाह अपनी निगरानी में केस लड़ेगी और अपराधियों को सख्त सज़ा दिलाने की पूरी कोशिश करेगी साथ ही इमारत शरियाह के बैतुल माल की ओर से मोब लिंचिंग में मारे गए लोगों के आश्रित परिजनों को पचास हज़ार रूपिये की मदद भी करेगी।
loading...