नई दिल्ली : भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहाँ सभी धर्म को एक समान अधिकार दिया गया है लेकिन फिर भी कुछ लोग ऐसे हैं जिन को कुछ बातों से दिक्कत होती हैं उनमें से एक है आज़ान की आवाज़, और इस मामले को सोनू निगम जैसे लोगों ने खूब हवा दी थी। वहीं एक ऐसा वाक़्या सामने आया है जो कही न कही लोगों को हैरान कर देगा
दरअसल, महाराष्ट्र के औरंगाबाद नगर निगम महापौर नंद कुमार घोड़ेले के भाषण के दौरान आज़ान की आवाज सुनाई देने लगी
उस वक्त आदित्य ठाकरे ने अपने दादा बाबासाहब ठाकरे की सीख को अपनाते हुए भाषण को बीच में ही रुकवा दिया। उन्होंने कहा मैंने कुछ नया काम नहीं किया यह हमारे पूर्वजों का बताया हुवा तरीका हैं जिसका हम सबको पालन करना चाहिए और मैंने भी बस वही किया। वहाँ मौजूद लोंगो ने आदित्य ठाकरे के इस कदम को खूब सरहाया।
वहीं ए आई एम आई एम के सदस्य इम्तियाज जलील ने भी आदित्य ठाकरे के इस कदम को खूब सरहाया।