नई दिल्ली : तीसरे बच्चे के मतदान के हक़ को छीनने के रामदेवके बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधते हुए कहा है की इस प्रकार से तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मतदान का अधिकार छीनना चाहिए. रामदेव ने एक टीवी शो में कहा था की आबादी नियंत्रित करने के लिए ‘तीसरे बच्चे को वोट का अधिकार छीन लेना चाहिए.’ ओवैसी ने तंज भरा ट्वीट करते हुए रामदेव पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केवल इसलिए अपना वोट का अधिकार नहीं खोना चाहिए क्योंकि वह अपने माता-पिता के तीसरे बच्चे हैं.
There is no law preventing people from saying downright unconstitutiona things, but why do Ramdev’s ideas receive undue attention?
That he can do a thing with his stomach or move about his legs shouldn’t mean @narendramodi lose his right to vote just because he’s the 3rd kid https://t.co/svvZMa4aZy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2019
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई कानून नहीं है, लेकिन रामदेव के विचारों पर अनुचित ध्यान क्यों दिया जाता है? वह अपने पेट के साथ कुछ कर सकते हैं या अपने पैरों को घुमा सकते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि नरेंद्र मोदी अपना वोट देने का अधिकार सिर्फ इसलिए खो दें, क्योंकि वह तीसरी संतान हैं.’ बता दें, पीएम मोदी दामोदरदास मोदी और हीराबा मोदी की तीसरी संतान हैं. पीएम मोदी का गुजरात के वाडनगर में 17 सितंबर 1950 में जन्म हुआ था.
योग गुरु रामदेव ने रविवार को देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिये कानून लाये जाने की वकालत करते हुए कहा था कि दो बच्चों के बाद पैदा होने वाले बच्चे को मताधिकार, चुनाव लड़ने के अधिकार तथा अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाना चाहिए. हरिद्वार में एक संवाददाता सम्मेलन में स्वामी रामदेव ने कहा था कि जिस तरह से देश की जनसंख्या बढ़ रही है उसके लिये भारत तैयार नहीं है और किसी भी दशा में भारत की आबादी 150 करोड से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.