नई दिल्ली, ख़बर अड्डा : लोकतंत्र से भीड़तंत्र में बदलता भारत चिंता का विषय बना हुआ है. एक घटना घटित होने के बाद चर्चा शुरू होती है कि दूसरी घटित हो जाती है. हाल ही में राजिस्थान के अलवर में अकबर नामी व्यक्ति को गौ तस्करी के शक में भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया, इस घटना के बाद भीड़तंत्र पर बहस और ज़ोरदार तरीके से होने लगी है.
वही AMU के पूर्व छात्र अध्यक्ष फैज़ुल हसन ने AMU के छात्रों के साथ राष्ट्रपति के नाम लिखे मेमोरेंडम को अलीगढ़ प्रशासन को सौंपा है. इस मेमोरेंडम में मॉब लिंचिंग के घटनाओं को रोकने की गुहार के इलावा 4 मुख्य मांगे रखी गयी है।
इस घटना का उच्च स्तरीय जांच एवं इसमें सम्मिलित सभी दोषियों को सज़ा की माँग की गई है, वही पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी माँग रखी गयी है।
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